Mahaveer – कमलेश जोशी ‘कमल’ राजसमंद द्वारा रचित रचना ‘महावीर’
महावीर (Mahaveer)
हर लेने को हर जन के हृदय की पीर
अवतरित हुए इस धरती पर महावीर
बढ़ा धरा पे हिंसा, बलि, भेद-भाव बहुत
मुक्त कराने आए प्रभु तीर्थंकर महावीर
वंश इक्ष्वाकु,कुल क्षत्रिय,गाँव कुंडलपुर
सिद्धार्थ-त्रिशला के यहाँ जन्मे महावीर
सत्य,अहिंसा,अस्तेय,अपरिग्रह,ब्रह्मचर्य
पञ्चशील उपदेश दे चले सर्वत्र महावीर
मन-कर्म-वचन से करना मानव कल्याण
जीवन सफलता की शिक्षा देते महावीर
‘जियो और जीने दो’ का सिंद्दांत दिया
हर जीव समान जग मे कहते महावीर
व्यवहार वह रखो जो स्वयं को हो पसंद
मानव मात्र से प्रेम सिखलाते महावीर
आओ हम करे अनुकरण उन उपदेशो का
जो सिखाने धरा पर आए हमको महावीर
स्वरचित
कमलेश जोशी ‘कमल’
राजसमंद
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