Skanda Shashti Vrat - स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है। इनकी पूजा से जीवन में हर तरह की कठिनाइंया दूर होती हैं और व्रत रखने वालों को सुख और वैभव की प्राप्ति होती है। साथ ही संतान के कष्टों को कम करने और उसके सुख की कामना से ये व्रत किया जाता है। हालांकि यह त्योहार दक्षिण भारत में प्रमुख रूप से मनाया जाता है। दक्षिण भारत में भगवान कार्तिकेय को सुब्रह्मण्यम के नाम से भी जाना … [Read more...]
मत्स्य जयंती की पौराणिक कथा
मत्स्य जयंती की पौराणिक कथा | Matsya Jayanti Pauranik Katha - चैत्र में शुक्ल पक्ष की तृतीया को भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था। इसलिए मत्स्य जयन्ती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस अवतार की कथा मत्स्य पुराण में मिलती है। इस दिन मत्स्य अवतार में विष्णु की पूजा की जाती है। मत्स्य अवतार भगवान विष्णु के दस अवतारों मे से पहले अवतार हैं, जो राक्षस हयग्रीव से ब्रह्मांड को … [Read more...]
गुड़ी पड़वा क्यों, कैसे मनाते है | पौराणिक कथा
गुड़ी पड़वा क्यों, कैसे मनाते है | पौराणिक कथा Gudi Padva | Pauranik Katha - गुड़ी पड़वा (मराठी-पाडवा) के दिन हिन्दू नव संवत्सरारम्भ माना जाता है। चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या उगादि (युगादि) कहा जाता है। इस दिन हिन्दु नववर्ष का आरम्भ होता है। 'गुड़ी' का अर्थ 'विजय पताका' होता है। कहते हैं शालिवाहन ने मिट्टी के सैनिकों की सेना से प्रभावी शत्रुओं(शक)का पराभव किया। इस … [Read more...]
नारी गहने क्यों पहनती है? गहनों का महत्व
Gahanon Ka Mahatv - हिन्दू महिलाओं के लिए गहनों का विशेष महत्व है। हर एक गहने का अपना अलग महत्व है। क्या आप जानते है की नारी गहने क्यों पहनती है ? और उनका क्या महत्व है ? यहां जानिए इन गहनों से जुड़ा रोचक प्रसंग जो हमे प्रत्येक गहने का महत्व बताते है। यह भी पढ़े - 16 श्रृंगार | स्त्रियों के लिए क्या है इनका महत्व Gahanon Ka Mahatv भगवान राम ने धनुष तोड दिया था, सीताजी को सात फेरे लेने के … [Read more...]
गोगाजी की जीवनी और गोगा नवमी की कथा
Goga Navami In Hindi - जन्माष्टमी के दूसरे दिन गोगा नवमी मनायी जाती है। गोगा राजस्थान के लोक देवता हैं। गोगा नवमी खास इसलिए भी है क्योंकि इसे हिन्दू और मुसलमान दोनों मनाते हैं। तो आइए हम आपको गोगा नवमी के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं। Goga Navami Messages In Hindi | Goga Navami Wishes In Hindi गोगा नवमी के बारे में इस नवमी को गुग्गा नवमी के नाम से भी जाना जाता है। गोगा नवमी भादो महीने … [Read more...]
उनाकोटी – 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां, क्या है रहस्य
Unakoti Ka Rahasy in Hindi, Agartala, उनाकोटी - 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां, क्या है रहस्य - दुनिया कई ऐसे रहस्यों से भरी पड़ी हैं, जिन्हें आज तक कोई नहीं सुलझा पाया। ऐसा भी नहीं है कि, इन उलझी हुई गुत्थियों को सुलझाने की किसी ने कोशिश न की हो। दरअसल वैज्ञानिक या शोधकर्ता जितनी बार भी इन रहस्यों के पीछे का सच जानने की कोशिश करते हैं, वो उतना ही उलझ जाते। हमारे ब्लॉग में हम आपको पहले भी कई अदभुत व … [Read more...]
नागपंचमी की पौराणिक कथाएं
Nagpanchmi Ki Pauranik Katha, Kahani, Story - सावन महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की पंचमी नाग देवता को समर्पित है यही कारण है कि इसे नागपंचमी कहते हैं। जनमानस में नागपंचमी पर्व की विविध जनश्रुतियां और पौराणिक कथाएं प्रचलित है। नागपंचमी के संबंध में ऐसी ही बहुप्रचलित कथाएं आज के लेख में हम आपको हम यहां प्रस्तुत कर रहे हैं।यह भी पढ़े - नाग पंचमी का महत्व, नागपंचमी पूजन और सर्पदोष से मुक्तियह भी … [Read more...]
युधिष्ठर को पूर्ण आभास था, कि कलयुग में क्या होगा ?
Yudhishthir Known About Kalyug - युधिष्ठर को पूर्ण आभास था, कि कलयुग में क्या होगा ? पाण्डवों का अज्ञातवाश समाप्त होने में कुछ समय शेष रह गया था। यह भी पढ़े - 16 पौराणिक कथाएं - पिता के वीर्य और माता के गर्भ के बिना जन्मे पौराणिक पात्रों की पाँचो पाण्डव एवं द्रोपदी जंगल मे छूपने का स्थान ढूंढ रहे थे। उधर शनिदेव की आकाश मंडल से पाण्डवों पर नजर पड़ी शनिदेव के मन विचार आया कि इन 5 … [Read more...]
वरुथिनी एकादशी का महत्व, व्रत विधि एवं व्रत कथा, वरुथिनी एकादशी
वरुथिनी एकादशी का महत्व, व्रत विधि एवं व्रत कथा - हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की तिथि को आने वाली एकादशी को वरूथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) कहते हैं । वरूथिनी शब्द संस्कृत भाषा के 'वरूथिन्' से बना है, जिसका मतलब है- प्रतिरक्षक, कवच या रक्षा करने वाला। वरुथिनी एकादशी का फल दस हजार वर्ष तक तप करने के बराबर होता है। इस व्रत के महात्म्य को पढ़ने से एक हजार गोदान का फल मिलता … [Read more...]
आखिर ! भगवान श्री कृष्ण का दामोदर नाम क्यों पडा ।
Bhagwan Shri Krishna Ka Damodar Nam Kyu Pada - पवित्र कार्तिक मास का एक नाम दामोदर मास भी है। 'दाम' कहते हैं रस्सी को और 'उदर' कहते हैं पेट को। इस महीने में माता यशोदा ने भगवान नन्द-नन्दन श्रीकृष्ण के पेट पर रस्सी बाँध कर उन्हें ऊखल से बाँधा था, अतः उनका एक नाम हुआ 'दामोदर'। भगवान और उनकी माता के बीच यह लीला कार्तिक के महीने में हुई थी, अतः उस लीला की याद में इस महीने को "दामोदर" भी कहते … [Read more...]