Unakoti Ka Rahasy in Hindi, Agartala, उनाकोटी – 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां, क्या है रहस्य – दुनिया कई ऐसे रहस्यों से भरी पड़ी हैं, जिन्हें आज तक कोई नहीं सुलझा पाया। ऐसा भी नहीं है कि, इन उलझी हुई गुत्थियों को सुलझाने की किसी ने कोशिश न की हो। दरअसल वैज्ञानिक या शोधकर्ता जितनी बार भी इन रहस्यों के पीछे का सच जानने की कोशिश करते हैं, वो उतना ही उलझ जाते। हमारे ब्लॉग में हम आपको पहले भी कई अदभुत व रहस्य्मयी मंदिरों और जगहों के बारे में बता चके है। आज भी हम आपको एक रहस्यमयी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं।
यह भी पढ़े – सोन भंडार गुफा – राजगीर (बिहार) – इसमें छुपा है मोर्ये शासक बिम्बिसार का अमूल्य ख़ज़ाना
उनाकोटी का रहस्य Unakoti Ka Rahasy
दरअसल, एक ऐसी ही जगह है त्रिपुरा की राजधानी अगरतल्ला से लगभग 145 किलोमीटर दूर, जिसे उनाकोटी के नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि यहां कुल 99 लाख 99 हजार 999 पत्थर की मूर्तियां हैं, जिनके रहस्यों को आज तक कोई भी सुलझा नहीं पाया है। जैसे कि- ये मूर्तियां किसने बनाई, कब बनाई और क्यों बनाई और सबसे जरूरी कि एक करोड़ में एक कम ही क्यों? हालांकि इसके पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं, जो हैरान करने वाली हैं।
यह भी पढ़े – यह है पत्नी पीड़ित पुरुषों के लिए अनोखा आश्रम, यहां होती है कौए की पूजा
उनाकोटी का अर्थ Meaning Of Unakoti
इन रहस्यमय मूर्तियों के कारण ही इस जगह का नाम उनाकोटी पड़ा है, जिसका अर्थ होता है करोड़ में एक कम। इस जगह को पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़े रहस्यों में से एक माना जाता है। कई सालों तक तो इस जगह के बारे में किसी को पता ही नहीं था। हालांकि अभी भी बहुत कम लोग ही इसके बारे में जानते हैं।
उनाकोटी क्यों है रहस्यमयी Mysterious Of Unakoti
उनाकोटी को रहस्यों से भरी जगह इसलिए कहते हैं, क्योंकि एक पहाड़ी इलाका है जो दूर-दूर तक घने जंगलों और दलदली इलाकों से भरा है। अब ऐसे में जंगल के बीच में लाखों मूर्तियों का निर्माण कैसे किया गया होगा, क्योंकि इसमें तो सालों लग जाते और पहले तो इस इलाके के आसपास कोई रहता भी नहीं था। यह लंबे समय से शोध का विषय बना हुआ है।
यह भी पढ़े – विश्व प्रसिद्ध हिंदू गुफा मंदिर
उनाकोटी से सम्बन्धित पौराणिक कथा
यहां पत्थरों पर उकेरी गई और पत्थरों को काटकर बनाई गई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के बारे में कई पौराणिक कथा बहुत प्रचलित है।
भगवान शिव और एक करोड़ देवी-देवता की कहानी
मान्यता है कि एक बार भगवान शिव समेत एक करोड़ देवी-देवता कहीं जा रहे थे। रात हो जाने की वजह से बाकी के देवी-देवताओं ने शिवजी से उनाकोटी में रूककर विश्राम करने को कहा।
शिवजी मान गए, लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सूर्योदय से पहले ही सभी को यह स्थान छोड़ देना होगा। लेकिन सूर्योदय के समय केवल भगवान शिव ही जग पाए, बाकी के सारे देवी-देवता सो रहे थे। यह देखकर भगवान शिव क्रोधित हो गए और श्राप देकर सभी को पत्थर का बना दिया। इसी वजह से यहां 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां हैं, यानी एक करोड़ से एक कम (भगवान शिव को छोड़कर)।
शिल्पकार और भगवान शिव की कहानी
इन मूर्तियों के निर्माण को लेकर एक और कहानी प्रचलन में है। कहते हैं कि कालू नाम का एक शिल्पकार था, जो भगवान शिव और माता पार्वती के साथ कैलाश पर्वत जाना चाहता था, लेकिन यह संभव नहीं था। हालांकि शिल्पकार की जिद के कारण भगवान शिव ने उससे कहा कि अगर एक रात में एक करोड़ देवी-देवताओं की मूर्तियां बना दोगे तो वो उसे अपने साथ कैलाश ले जाएंगे।
यह सुनते ही शिल्पकार जी-जान से अपने काम में लग गया और तेजी से एक-एक कर मूर्तियों का निर्माण करने लगा। उसने पूरी रात मूर्तियों का निर्माण किया, लेकिन जब सुबह गिनती की गई तो पता चला कि उसमें एक मूर्ति कम है। इस वजह से उस शिल्पकार को भगवान शिव अपने साथ नहीं ले गए। माना जाता है कि इसी वजह से इस जगह का नाम ‘उनाकोटी’ पड़ा।
Other Similar Posts-
- स्वर्ण रेखा नदी- सदियों से सोना उगल रही है यह नदी, नहीं सुलझा है रहस्य
- भारत में स्तिथ गर्म पानी के कुण्ड जहाँ नहाने से दूर होते हैं रोग
- परशुराम कुण्ड – अरुणाचल प्रदेश – जहाँ मिली थी परशुराम जी को मातृ-हत्या के पाप से मुक्ति
- भारत के 10 प्रसिद्ध और सुन्दर बगीचे
- कोडिन्ही (केरल) – ये है जुड़वों का गाँव, रहते है 350 से ज्यादा जुड़वाँ
- किराडू – राजस्थान का खजुराहो – 900 सालो से है वीरान
Bansal Shashi says
This is wonderful to know. Thank you for posting.
Nishi says
kitni information hai iss blog mai very informative!
pratik says
itni saari jankari waah kitna informative blog hai! keep it up