Kavya Rachna Sangrah In Hindi – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचनाओं का संग्रह-
मनीष नंदवाना जी का जीवन परिचय –
नाम – मनीष नंदवाना
कवि नाम – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
जन्म – 5 / 7 / 1980
पिता – ईश्वर लाल जी नंदवाना
पता – नंदवाना वास राजनगर,जिला – राजसमंद ( राज. )
शैक्षणिक योग्यता – एम. ए., बी एड़
रुचि – लेखन,चित्रकला, संगीत सुनना
साहित्यिक विधाओं में लेखन – कविता, गीत, ग़ज़ल, दोहे, कुंडली,मुक्तक,लघु कथा, संस्मरण आदि
साहित्यिक उपलब्धियां –
काव्य गोष्ठियों में काव्य पाठ, पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशन,युट्युब के चैनल पर प्रकाशन आदि
सम्मान – नंदवाना समाज युवा कवि सम्मान, श्री लक्ष्मीसांई चेरिटेबल ट्रस्ट उदयपुर द्वारा सम्मान,नंदवाना समाज रत्न, श्रीनाथ साहित्य संस्थान नाथद्वारा द्वारा ‘साहित्य सुधाकर’ सम्मान आदि।
यहां पढ़े मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचना
- रुढ़ कर तुम मुझसे कहां जाओगी
- काह्ना
- कही से महक आई हैं
- जन जन झूम रहा हैं
- ‘मुझे अच्छा लगता हैं’
- ‘भारत पुण्य धरा हैं प्यारी’
- प्रेम गीत – ‘संझा देखो फूल रहीं है’
- मंदिर का आंगन
- ‘बांसुरी बन जाऊं’
- ‘जैसे घुंघरू बजते हो’
- नहीं आता
- ‘पानी पिचकारी भर लायो हैं कन्हैया’
- ‘तेरे कारण ही घर में हुई थी दीवार खड़ी’
- ‘मैं ना जाउंगा अब यूं, तुझे छोड़कर’
- ‘तुम हो मेरे साथ में’
- ‘याद आया मुझे वो जमाना’
- सूर्य की दिशा बदलने लगी हैं
- ‘सरदी की सुबह’
- अच्छा लगता हैं
- सूरज आंख मिचोली करता
- नव वर्ष पर कविता
- नहीं होता
- ‘जहां से तू गुजर जाएं’
- ‘हम देखते रहें’
- ‘निर्जन-वन’
- ‘नाचता बसंत’
- ‘कृषक का कर्म’ और ‘कृषक पर दोहें’
- थूं हैं मारी गणगौर | राजस्थानी गीत
- गोमती का नीर
- ‘नील वर्ण’ और ‘एक मुक्तक’
- ‘पांच दोहे’
- ‘कोरोना का आना……..गजब हो गया’
- पवन का पूत
- संकट मोचन,गोटे वाला
- पुष्प वाटिका में सीया राम
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