Jigar Moradabadi
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Ab to yah bhi nahi raha ehsas
Ab to yah bhi nahi raha ehsas
Dard hota hai ya nahi hota
Ishq jab tak na kar chuke ruswa*
Aadmi kaam ka nahi hota
Hay kya ho gaya tabiyat ko
Gham bhi Rahat-Faza* nahi hota
Wo hamare karib hote hai
Jab hamara pata nahi hota
Dil ko kya kya sukoon hota hai
Jab koi aasara nahi hota
* Ruswa – Badnaam
* Rahat-Faza – Aananddayak
Jigar Moradabadi
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अब तो यह भी नहीं रहा अहसास
अब तो यह भी नहीं रहा अहसास
दर्द होता है या नहीं होता
इश्क़ जब तक न कर चुके रुस्वा*
आदमी काम का नहीं होता
हाय क्या हो गया तबीयत को
ग़म भी राहत-फ़ज़ा* नहीं होता
वो हमारे क़रीब होते हैं
जब हमारा पता नहीं होता
दिल को क्या-क्या सुकून होता है
जब कोई आसरा नहीं होता
* रुस्वा – बदनाम
* राहत-फ़ज़ा – आनन्ददायक
जिगर मुरादाबादी
प्रसिद्ध शायरों की ग़ज़लों का विशाल संग्रह
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