Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari, Hindi, WhatsApp, Images, 2019, देशभक्ति शायरी
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चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जिस्म में हैं
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती
वतन के नाम पर जीना वतन के नाम मर जाना
शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती
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किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं
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कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ
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ऐ मेरे वतन के लोगो तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहराओ तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने प्राण गवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आये
Tiranga Shayari | तिरंगा शायरी
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे
करे कुर्बान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे
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कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है
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लहराएगा तिरंगा अब नीले आसमान पर
भारत का नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिन्दुस्तान पर
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आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूँद भी लहू की तब तक
भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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ए मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
यह शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गंवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए
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दो दिन का नही सदियों से रिश्ता है हमारा
इस वतन की मिट्टी से अटूट नाता है हमारा
हमारे बुजुर्गों ने ख़ून देकर सींचा है मिट्टी को
पहले वतन है बाद में सारा जहाँ है हमारा
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कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को
जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा
हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा
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मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए
बस अमन से भरा ये वतन चाहिए
जब तक जिंदा रहूँ इस मातृभूमि के लिए
और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिए
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पर मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना कर देखो
फिर तुझ पर मरेगा हर कोई
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खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो
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ऐ पाक, तेरा ख़्वाब नजारा ही रहेगा
तू क़िस्मत का मारा है मारा ही रहेगा
तेरे हर सवाल का जबाब करारा ही रहेगा
कश्मीर हमारा हैं और हमारा ही रहेगा
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उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई
उनकी शहादत का क़र्ज़ देश पर उधार है
आप और हम इस लिए खुशहाल हैं क्योंकि
सीमा पे सैनिक शहादत को तैयार हैं
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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अभी माटी के पुतले देह में ईमान जिन्दा हैं
तभी इस देश की समृद्धि का अरमान जिन्दा हैं
ना भाषण से है उम्मीदें ना वादों पर भरोसा हैं
शहीदों की बदौलत मेरा हिन्दुस्तान जिन्दा है
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सुंदर है जग में सबसे नाम भी न्यारा है
जहां जाति भाषा से बढ़कर देश प्रेम की धारा है
निश्चय पवन प्रेमपूर्ण और विशाल हृदय वाला है
वह भारत देश हमारा है वह भारत देश हमारा है
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बस ये बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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मेरा यही अंदाज ज़माने को खलता है
कि चिराग हवा के खिलाफ क्यों जलता है
मैं अमन पसंद हूँ, मेरे शहर में दंगा रहने दो
लाल और हरे में मत बांटो, मेरी छत पर तिरंगा रहने दो
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खुशनसीब हैं वो जो वतन पे मिट जाते हैं
मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं
करता हूँ तुम्हे सलाम ऐ वतन पर मिटने वालो
तुम्हारी हर सांस में बसता तिरंगे का नसीब है
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तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं
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जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ
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इतनी सी बात हवाओ को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाए रखना
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आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा
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ना जियो धर्म के नाम पर
ना मरो धर्म के नाम पर
इंसानियत ही है धर्म वतन का
बस जियो वतन के नाम पर
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे
जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे
क्योंकि भारत हमारा देश है
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे
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चलो फिर से खुद को जगाते हैं
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं
सुनहरा रंग हैं गणतंत्र का, शहीदों के लहूँ से
ऐसे शहीदों को हम सर झुकाते हैं
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मै भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ
मुझे चिंता नही है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
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चलो फिर से आज वो नजारा याद कर ले
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर ले
शहीदों के दिलो में थी जो वो ज्वाला याद कर ले
जिसमे बहकर आजादी पहुची थी किनारे पे
जिसमे बहकर आजादी पहुची थी किनारे पे
देशभक्ति के खून की वो धारा याद कर ले
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
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ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में भी लिपट कर
सोने में सिमटकर मरे हैं कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
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भारत का वीर जवान हूँ मैं
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं
जख्मो से भरा सीना हैं मगर
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं
भारत का वीर जवान हूँ मैं
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ये नफरत बुरी है ना पालो इसे
दिलों में नफरत है निकालो इसे
ना तेरा, ना मेरा, ना इसका, ना उसका
ये सब का वतन है बचालो इसे
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दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर
दीप जलाये है कितने दीप बुझा कर
मिली है जब ये आज़ादी तो फिर से इस आज़ादी को
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर
Desh Bhakti Shayari, Patriotic Shayari
Top 10 Desh Bhakti Geet | Top 10 देशभक्ति गीत
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