Samudrik Shastra About Neck | सामुद्रिक शास्त्र की रचना ऋषि समुद्र ने की थी। सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति की शारीरिक बनावट, हाव-भाव और चिन्हों के आधार पर उसके स्वभाव और भविष्य के बारे में बताया गया है। समुद्र शास्त्र के अनुसार मनुष्य के शरीर का हर अंग उसके स्वभाव और भविष्य के बारे में कुछ न कुछ बताता है। यानी अगर किसी मनुष्य के शरीर पर पूरी तरह से गौर किया जाए तो उसके बारे में बहुत कुछ आसानी से जाना जा सकता है। समुद्र शास्त्र के अनुसार, गर्दन भी एक ऐसा ही अंग है जो किसी भी इंसान के स्वभाव को अच्छे से व्यक्त करता है। गर्दन शरीर का वह हिस्सा होता है, जिस पर सिर का भार टिका होता है। मस्तिष्क से निकलकर सभी अंगों में पहुंचने वाली नसें और नाड़ियां इसी से होकर गुजरती हैं। आइए जानते है कैसी गर्दन वाले इंसान का नेचर कैसा होता है।
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गर्दन के आकार से जानिये इंसान के स्वभाव के बारे में | Samudrik Shastra About Neck
छोटी गर्दन – सामान्य से छोटी गर्दन वाले लोग कम बोलने वाले, मेहनती व घमंडी हो सकते हैं। ऐसे लोगों पर आसानी से भरोसा नहीं करना चाहिए।
मोटी गर्दन – जिसकी गर्दन सामान्य से ज्यादा मोटी होती है,ऐसे लोग क्रोध करने वाले होते हैं। ये लोग थोड़े मतलबी और घमंडी स्वभाव के होते हैं।
सीधी गर्दन – जिन लोगों की गर्दन सीधी होती है, ऐसे लोग स्वाभिमानी और अपने नियमों के पक्के होते हैं। इन पर विश्वास किया जा सकता है।
लंबी गर्दन – सामान्य से ज्यादा बड़ी गर्दन वाले लोग बातूनी, मंदबुद्धि, अस्थिर, निराश और चापलूस स्वभाव के होते हैं।
छोटी गर्दन – सामान्य से छोटी गर्दन वाले लोग कम बोलने वाले, मेहनती, अविश्वसनीय व घमंडी हो सकते हैं।
सूखी गर्दन – ऐसी गर्दन जिसमें मांस कम हो और नसें दिखाई देती हो ऐसी गर्दन वाले लोग सुस्त, आलसी, गुस्सेल, कम समझ वाले हो सकते हैं।
ऊंट जैसी गर्दन – पतली व ऊंची गर्दन वाले ऐसे सहनशील व मेहनती होते हैं। हालांकि ये लोग धोखेबाज और स्वार्थी स्वभाव के भी हो सकते हैं।
आदर्श गर्दन – ऐसी गर्दन वाले लोग कला प्रेमी होते हैं। ये स्वभाव से सरल होते हैं ऐसे लोग सुख का जीवन जीते हैं।
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