Samudrika Shastra For Hair in Hindi | समुद्र शास्त्र, भारतीय ज्योतिष शास्त्र की ही एक शाखा है जिसके अनुसार किसी भी व्यक्ति के शरीर के विभिन्न अंगों को देखकर उसके बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। आज हम आपको बता रहे हैं की किसी इंसान के बाल से उसके स्वभाव के बारे में क्या पता चलता है।
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समुद्र शास्त्र और बाल | Samudrika Shastra For Hair in Hindi
बाल मृत कोशिकाओं से बने होते हैं। मनुष्य के चेहरे को आकर्षक बनाने में बालों का अहम योगदान होता है। आइए जानते है कैसे बाल वाले इंसान का नेचर कैसा होता है।
दो मुंहे बाल- समुद्र शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के सिर में एक रोमकूप में एक बाल होना ही शुभ होता है। ऐसे बाल ही उत्तम होते हैं, लेकिन यदि एक बाल से कई शाखाएं निकली हों, तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य थोड़ा खराब रहता है। ऐसे लोग दो विचारधाराओं के मध्य उलझे रहते हैं। किसी निर्णय तक नहीं पहुंच पाते, जिससे उन्हें सफलता नहीं मिलती।
काले बाल- जिस इंसान के बाल काले होते हैं, वह मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ, कर्मठ, विश्वास करने योग्य एवं उच्च जीवन शक्ति वाले होते हैं तथा जिस इंसान के बाल कम उम्र में ही सफेद हो जाते हैं, वे लोग मानसिक रूप से अपेक्षाकृत कमजोर होते हैं।
पतले बाल- जिनके बाल पतले होते हैं, उनका स्वभाव उत्तम होता है। वह व्यक्ति उदार, प्रेमी, दयालु, संकोची तथा संवेदनशील भी होता है। इसके विपरीत मोटे एवं कड़े बालों वाले लोगों में उत्तम स्वास्थ्य एवं उच्च जीवन शक्ति होती है।
सरल, सीधे बाल आत्म संरक्षण, सरल स्वभाव एवं सीधी कार्यप्रणाली के सूचक हैं। यदि बालों में सरलता की अपेक्षा लहरीलापन हो तो ऐसा व्यक्ति विनम्र, सभ्य, कला प्रेमी, सच्चा मित्र एवं दयालु होता है।
काले, चिकने, मुलायम आकर्षक तथा सरल बाल स्त्रियों को सौभाग्य, सम्पत्ति तथा स्वास्थ्य प्रदान करते हैं। जबकि पीले, लाल, कर्कश, रूखे, छोटे तथा बिखरे बाल वाली स्त्रियां सदैव दु:खी रहती हैं।
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