2अक्तूबर 1947 को गोस्वामी तुलसीदास के गुरु स्थान सूकर क्षेत्र के करीब परसपुर (गोंडा) के आटा ग्राम में स्व श्रीमती मांडवी सिंह एवं श्री देवी कलि सिंह के पुत्र के रूप में बालक रामनाथ सिंह का जन्म हुआ जो बाद में “अदम गोंडवी” के नाम से सुविख्यात हुए। 18 दिसंबर 2011को लखनऊ के एक अस्पताल में अंतिम साँसे लीं। उन्होंने अपनी रचनाओं में सामंतवादी ताकतों, भ्रष्टाचारियों,कालाबाजारियों और पाखंडियों के खिलाफ न केवल लिखा, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी उन सबका पुरजोर विरोध किया। अदम गोंडवी ने कविता के एक नये विद्या को विकसित किया था जो हिन्दी अकविता और उर्दू गजल का बेहतरीन मिश्रण था जिसमें अदम गोंडवी ने खास ख्याल इस बात कर रखा था कि उनकी रचनाएं आम लोगों के जुंवा तक पहुंचें। काफी सरल और साधारण तरीके से असाधारण कटाक्ष राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक व्यवस्था पर करते हुए आपनी बातें कहीं। अदम गोंडवी की कविताओं के दो संग्रह ‘समय से मुठभेड़’ और ‘धरती की सतह पर’ किताबघर प्रकाशन ने छापे है।
हम यहाँ आपके लिए उनकी चुनिंदा 27 कविताएं पेश कर रहे है।
————————————————————————————————————————————————-
Adam Gondvi – Gar chand tavareekhi tahreer badal donge (अदम गोंडवी – गर चंद तवारीखी तहरीर बदल दोगे)
Join the Discussion!