Waseem Barelvi - Use samjhne ka koi to rasta nikale | वसीम बरेलवी - उसे समझने का कोई तो रास्ता निकले ***** उसे समझने का कोई तो रास्ता निकले उसे समझने का कोई तो रास्ता निकले मैं चाहता भी यही था वह बेवफ़ा निकले किताबे-माज़ी के औराक उलट के देख ज़रा न जाने कौनसा सफ्हा मुड़ा हुआ निकले मैं तुझसे मिलता हूँ, तफ़्सील में नहीं आता मेरी तरफ से तेरे दिल में जाने क्या निकले जो देखने में बहुत ही … [Read more...]
Waseem Barelvi – Udas ek mujhi ko to kar nahi jata | वसीम बरेलवी – उदास एक मुझी को तो कर नहीं जाता
Waseem Barelvi - Udas ek mujhi ko to kar nahi jata | वसीम बरेलवी - उदास एक मुझी को तो कर नहीं जाता ***** उदास एक मुझी को तो कर नहीं जाता उदास एक मुझी को तो कर नहीं जाता वह मुझसे रुठ के अपने भी घर नही जाता वह दिन गये कि मुहबबत थी जान की बाज़ी किसी से अब कोई बिछडे तो मर नही जाता तुमहारा प्यार तो सांसों मे सांस लेता है जो होता नश्शा तो इक दिन उतर नही जाता पुराने रिश्तों की बेग़रिज़यां न … [Read more...]
Waseem Barelvi – Ek kahani si dil par likhi rah gai | वसीम बरेलवी – इक कहानी सी दिल पर लिखी रह गई
Waseem Barelvi - Ek kahani si dil par likhi rah gai | वसीम बरेलवी - इक कहानी सी दिल पर लिखी रह गई ****** इक कहानी सी दिल पर लिखी रह गई इक कहानी सी दिल पर लिखी रह गई वह नज़र जो मुझे देखती रह गई रंग सारे ही कोई चुरा ले गया मेरी तस्वीर अधूरी पड़ी रह गई लोग बाज़ार में आ के बिक भी गये मेरी कीमत लगी की लगी रह गई वह तो कमरे से उठकर चला भी गया बात करती हुई ख़ामुशी रह गई दो उजाले अंधेरों में … [Read more...]
Waseem Barelvi – Aawaz se labon ka bahut faasila na tha | वसीम बरेलवी – आवाज़ से लबों का बहुत फ़ासिला न था
Waseem Barelvi - Aawaz se labon ka bahut faasila na tha | वसीम बरेलवी - आवाज़ से लबों का बहुत फ़ासिला न था ***** आवाज़ से लबों का बहुत फ़ासिला न था आवाज़ से लबों का बहुत फ़ासिला न था लेकिन वो ख़ौफ़ था कि बोलता न था आंसू को ऐतबार के क़ाबिल समझ लिया मैं खुद ही छोटा निकला तेरा ग़म बड़ा न था उसने ही मुझको देखा ज़माने की आंख से जिसको मेरी नज़र से कोई देखता न था उन अजनबीयातों के सताये हैं इन … [Read more...]
Waseem Barelvi – Aaj ka yeh zamana usi ko lage | वसीम बरेलवी – आज का यह ज़माना उसी का लगे
Waseem Barelvi - Aaj ka yeh zamana usi ko lage | वसीम बरेलवी - आज का यह ज़माना उसी का लगे ***** आज का यह ज़माना उसी का लगे आज का यह ज़माना उसी का लगे वह जो प्यासा न हो और प्यासा लगे उसको चाहा ही है मैंने कुछ इस तरह वह कहीं भी रहे, सिर्फ मेरा लगे मैं खरीदूं तुझे तू खरीदे मुझे गांव में एक ऐसा भी मेला लगे रात भर झील की गोद में सो के भी सुब्ह को चांद क्यों प्यासा प्यासा लगे पास जाओ, तो … [Read more...]
Waseem Barelvi – Ab Aisa Ghar Ke Dareechon Ko Band Kiya Rakhna | वसीम बरेलवी – अब ऐसा घर के दरीचों को बन्द क्या रखना
Waseem Barelvi - Ab Aisa Ghar Ke Dareechon Ko Band Kiya Rakhna | वसीम बरेलवी - अब ऐसा घर के दरीचों को बन्द क्या रखना ****** अब ऐसा घर के दरीचों को बन्द क्या रखना अब ऐसा घर के दरीचों को बन्द क्या रखना हवा के आने का कोई तो रास्ता रखना। तअल्लुक़ात कभी एक से नहीं रहते उसे गंवा के भी जीने का हौसला रखना जब अपने लोग ही आएंगे लूटने के लिए तो दोस्ती का तक़ाज़ा है घर खुला रखना यह कुरबतें ही बड़े … [Read more...]
Waseem Barelvi – Ab In Aankhon Mein Koi Kahani Nahi | वसीम बरेलवी – अब इन आंखों में कोई कहानी नहीं
Waseem Barelvi - Ab In Aankhon Mein Koi Kahani Nahi | वसीम बरेलवी - अब इन आंखों में कोई कहानी नहीं ***** अब इन आंखों में कोई कहानी नहीं अब इन आंखों में कोई कहानी नहीं कैसे दरिया हुए जिनमें पानी नहीं खो गई मिल गई वक़्त की गर्द में वह मुहब्बत जो लगता था फ़ानी नहीं रेज़ा रेज़ा बिखरना मुक़द्दर हुआ हार कर भी कभी हार मानी नहीं सारा किस्सा सफ़र के इरादों का है रास्तों की तो कोई कहानी … [Read more...]
Waseem Barelvi – Apne Andaz Ka Akela Tha | वसीम बरेलवी – अपने अंदाज़ का अकेला था
Waseem Barelvi - Apne Andaz Ka Akela Tha | वसीम बरेलवी - अपने अंदाज़ का अकेला था ***** अपने अंदाज़ का अकेला था अपने अंदाज़ का अकेला था इस लिए मैं बड़ा अकेला था प्यार तो जन्म का अकेला था क्या मिरा तजरबा अकेला था साथ तेरा न कुछ बदल पाया मेरा ही रास्ता अकेला था बख़्शिश-ए-बे-हिसाब के आगे मेरा दस्त-ए-दुआ अकेला था तेरी समझौते-बाज़ दुनिया में कौन मेरे सिवा अकेला था जो भी मिलता गले लगा … [Read more...]
Waseem Barelvi – Achha Hai jo Mila Wah Kahi Chhutta Gaya | वसीम बरेलवी – अच्छा है जो मिला वह कहीं छूटता गया
Waseem Barelvi - Achha Hai jo Mila Wah Kahi Chhutta Gaya | वसीम बरेलवी - अच्छा है जो मिला वह कहीं छूटता गया ***** अच्छा है जो मिला वह कहीं छूटता गया अच्छा है जो मिला वह कहीं छूटता गया मुड़ मुड़ के ज़िन्दगी की तरफ देखना गया मैं खाली ज़ेब सब की निगाहों में आ गया सड़कों पे भीख मांगने वालों का क्या गया जाना ही था तो जाता उसे इख़्तियार था जाते हुए ये बात मुझे क्यों बता गया क्यों मुझमें … [Read more...]
Waseem Barelvi – Haadson ki jad pe hai to muskuraanaa chod dein | वसीम बरेलवी – हादसों कि ज़द पे है तो मुस्कुराना छोड़ दें
***** हादसों कि ज़द पे है तो मुस्कुराना छोड़ दें हादसों कि ज़द पे है तो मुस्कुराना छोड़ दें ज़लज़लों के खौफ़ से क्या घर बनाना छोड़ दें तुमने मेरे घर न आने की क़सम खायी तो है आंसुओं से भी कहो आँखों में आना छोड़ दें प्यार के दुश्मन कभी तू प्यार से कह के तो देख एक तेरा दर ही क्या हम तो ज़माना ही छोड़ दें बारिशें दीवार धो देने की आदि है तो क्या हम इसी डर से तेरा चेहरा बनाना छोड़ दें बस खुदाजोई को … [Read more...]