आखिर ! गुरु से दीक्षा किस मास में लेनी चाहिए ?
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चैत्र मास में दीक्षा लेने से :- पूर्ण जीवन दुखों से भर जाता है।
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बैशाख मास में दीक्षा लेने से :- दीक्षा सर्व सिद्धि प्रदान करती है।
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ज्येष्ठ मास में दीक्षा लेने से :–कभी भी मृत्यु हो सकती है।
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अषाढ मास में दीक्षा लेने से:–संतान की प्राप्ति होती है।
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श्रावण मास में दीक्षा लेने से:– जीवन भर हानि होती है।
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भादों मास में दीक्षा लेने से:— जीवन दुखों से भर जाता है।
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अश्विन मास में दीक्षा लेने से:— सर्व सिद्धियां मिलने की संभावना रहती है।
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कार्तिक मास में दीक्षा लेने से:– ज्ञान की वृद्धि होती है।
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अगहन मास में दीक्षा लेने से:— सदा शुभ होता है।
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पौष मास में दीक्षा लेने से:– ज्ञान का नाश होता है।
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माघ मास में दीक्षा लेने से:– ज्ञान में वृद्धि होती है।
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फागुन मास में दीक्षा लेने से:– सब सुख प्राप्त होते हैं।
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इसमें किंचित मात्र शंशय नही है।
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आचार्य डा.अजय दीक्षित “अजय”
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