Giloy Juice Ke Fayde | Benefits Of Giloy Juice In Hindi | गिलोय का पौधा बेल कि तरह होता है जो कांटेदार पर्वतों में पाया जाता है। गिलोय दूसरे पौधों के गुण खींच लेने के लिए जाना जाता है। यह जिस पेंड में फैलता है उसके सारे मेडिसिनल वैल्यूज खुद में समाहित कर लेता है। बहुत पहले से इस पौधे का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता रहा है। यह कई बिमारियों को दूर करने के लिए उपयोग में लाया जाता है। गिलोय का जूस हमारे स्वस्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है। आज हम गिलोय के जूस को बनाने कि विधि, इसके फायदे (Benefits Of Giloy Juice In Hindi) और सावधानियाँ के बारे में जानेंगे।
गिलोय का जूस कैसे बनाएँ
क्या चाहिये?
- 8 से 9 फीट लम्बी गिलोय की लता।
- एक लीटर पानी।
कैसे बनाएँ?
गिलोय का जूस बनाने के लिए करीब 8 से 9 फीट की गिलोय कि लता लें और इसके ऊपर के छिलके को निकाल कर अच्छी तरह से साफ़ कर लें। अब इसे अच्छी तरह से पीस लें| करीब एक लीटर पानी में इसे डालकर उबालें और बहुत देर तक उबल जाने के बाद इसके ठंडा होने तक का इंतज़ार करें। ठंडा हो जाने पर छान कर पी लें।
गिलोय जूस के फायदे | Benefits Of Giloy Juice In Hindi
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है गिलोय का जूस पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे आपके शरीर में किसी भी तरह के रोग प्रवेश होने से पहले सौ दफा सोचते हैं।
खून साफ़ करता है गिलोय में एंटी-ओक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। इनके होने के वजह से शरीर में मौजूद दूषित खून आसानी से साफ हो जाता है। खून के गंदे होने की वजह से कई बीमारियाँ पनपने लगती हैं। कई दफा कैंसर की समस्या हो जाती है।
पिम्पल्स आदि को शरीर के बाहर करता है जैसे की ऊपर बताया गया है की गिलोय में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। इस गुण के वजह से गिलोय का जूस आपके त्वचा के परत में मौजूद उन बैक्टीरिया को मार देता है जो आपके त्वचा में गंदगी पैदा करते हैं और पिम्प्लस का कारण बनते हैं। इसलिए, आप नियमित रूप से एक गिलास गिलोय का जूस पी सकते हैं, जिससे आपकी पिम्पल्स अदि की समस्या आसानी से दूर हो जाएगी।
हृदय विकार नष्ट करता है हृदय में होने वाले कई रोगों से बचाए रखने में गिलोय का जूस अपना पूरा योगदान निभा सकता है। इसके नियमित सेवन मात्र से हार्ट अटैक और कार्डियक अटैक के प्रॉब्लम समाप्त हो जाती है। बेहतर हृदय स्वास्थ्य के लिए गिलोय के जूस का सेवन पीसी हुई काली मिर्च के साथ करना चहिये। इसके खातिर जूस में एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर जूस पियें।
पेट में कई तरह की तकलीफ को कम करता है पेट में एंठन, पेट में दर्द, पेचिस, दस्त, कब्ज, पेट फूलना, आदि कई ऐसी पेट सम्बंधित समस्या जिससे भारी तकलीफ झेलना पड़ता है को गिलोय चुटकियों में दूर कर देता है। अगर गिलोय के जूस में एक नीबू और काला नमक निचोड़ लिया जाए और जूस का सेवन किया जाए तो पेट सम्बंधित कई विकारों को नष्ट करना बहुत आसान होगा।
महिला के स्तन में दूध के वृद्धि करने में अगर गिलोय के जूस को स्तनपान कराने वाली महिला को पिलाया जाय तो इससे उसके स्तन में दूध के वृद्धि होगी। इतना ही नहीं गिलोय का पान करने वाली माता का दूध पीने से बच्चा भी तंदुरुस्त होता है और उसमे इम्युनिटी सिस्टम का विकास होता है। साथ ही यह माँ के दूध में होने वाली अशुद्धि को भी कम कर देता है जिससे बच्चे पर कोई साइड-इफ़ेक्ट नहीं होता है।
चक्कर आदि आने पर बहुत से लोगों को चक्कर आने की समस्या होती है और सर्दियों के दौरान भी पसीने से भीग जाते हैं। गिलोय का जूस पीने से यह समस्या जड़ से ख़तम की जा सकती है। इसके खातिर एक गिलास गिलोय के जूस को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर जूस का सेवन करें। यह शरीर में ठंडक पहुंचाती है।
कब्ज के चलते होने वाला पेट दर्द दूर होता है गिलोय के आधे गिलास जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में तीन बार जूस का सेवन करें। इससे कब्ज और कब्ज के चलते हक्सर होने वाला पेट दर्द सही हो जाएगा।
कमजोरी दूर करता है हर तरह के कमजोरी को दूर करने के लिए गिलोय का जूस बेहतर औषधि की तरह कार्य करता है। अक्सर किसी बीमारी के बाद (बुखार,उलटी,दस्त, पेचिस इत्यादि) होने वाले शारीरिक कमजोरी को गिलोय के जूस के सेवन से सही किया जा सकता है। इसके खातिर जूस को शहद और काली मिर्च के पाउडर के साथ इस्तेमाल करें।
कफ सम्बन्धी समस्याओं का होता है निजात गिलोय के जूस को घी के साथ पीने से कफ सम्बन्धी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। अच्छी कफ वाली खांसी होने पर दिन में 3 से 4 बार गिलोय के जूस को २ दिन तक पीने से समस्या का निदान हो जाता है।
मोटापा कम करता है ज्यादा वजन और मोटापा कई रोगों को जन्म देते हैं। चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। गिलोय के जूस के सेवन मात्र से मोटापा को काफी हद तक कम किया जा सकता है। दरअसल इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में मांशपेशियों के बीच में छिपे हुए फैट को कैलोरी में बदल देते हैं। और इस तरह से एक्स्ट्रा फैट कैलोरी की तरह इस्तेमाल हो जाता है और शरीर को एनर्जी प्रदान करने के लिए जल जाता है।
खुजली होने पर अक्सर खुजली होने का मतलब है की आपका खून साफ नहीं है। खून साफ़ न होने की वजह से खुजली और कई त्वचा सम्बन्धी समस्याएँ होती हैं। गिलोय के जूस का इस्तेमाल कर आप अपने आपको खुजली से बचा सकते हैं।
पीलिया दूर करता है पलिया होने पर रोगी को दिन में ३ से 4 बार गिलोय का जूस पिलाएं। ऐसा लगातार करने से लीवर तंदुरुस्त होने लगेगा और पीलिया जड़ से खतम हो जाएगी।
सावधानी:
- गिलोय डायबिटीज को कम करता है इसलिए अगर आपके शरीर में शुगर का स्तर कम है तो इसका सेवन न करें।
- गर्भावस्था के दौरान इसका प्रयोग वर्जित है।
- इसके ज्यादा इस्तेमाल से इमूनिटी सिस्टम बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, इसलिए इसे डॉक्टर की सलाह पर लें।
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