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मुंबई का ताज महल होटल भी डरावनी जगहों में शामिल है। इसके बारे में कहा जाता है कि जिस आर्किटेक्ट ने इस होटल को डिज़ाइन किया था उसने इसकी बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। हुआ यूं की आर्किटेक्ट W A Chambers होटल का नक्शा डिजाइन करके अपने देश फ्रांस चले गए। जब वो लौटकर वापस आये तो यह देख कर उन्हें गहरा धक्का लगा की होटल उनके नक़्शे से उलटा बन गया है। इसी सदमे में उन्होंने आत्महत्या कर ली। लोगों का विश्वास है कि उसका भूत आज भी इस होटल में घूमता है। कई लोगों का इसका अनुभव भी हुआ है।
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महाराष्ट्र के पुणे में स्तिथ शनीवार वाडा फोर्ट का निर्माण 1732 में हुआ था। यह मराठा साम्राज्य पर शासन करने वाले पेशवाओं का राजमहल था। इसी महल में 30 अगस्त 1773 की रात को 18 साल के नारायण राव, जो की महज़ 16 साल की उम्र में मराठा साम्राज्य के पांचवे पेशवा बने थे, की षड्यंत्र पूर्वक ह्त्या कर दी गई थी। कहते है की जब हत्यारे उसकी ह्त्या करने आये तो वो अपने काका के कक्ष की ओर “Kaka Mall Vachva” (Uncle Save Me) कहते हुए दौड़ लगाई। लेकिन काका के कक्ष तक पहुँचने से पहले ही रास्ते में उसकी ह्त्या कर दी गई। ह्त्या के बाद उसके शव को छोटे छोटे टुकड़ो में काटकर महल से बाहर ले जा कर नदी में बहा दिया गया । कहते है की महल में उसी लड़के नारायण राव की आत्मा आज भी भटकती है और उसके द्वारा बोले गए आखरी शब्द “काका माला बचाव” आज भी महल में सुनाई देते है।
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इस होटल के एक कमरे को असाधारण गतिविधियों का केंद्र माना गया है। कई बार उस कमरे में ठहरने वाले व्यसक्ति को देर रात अकारण टहलते हुए देखा गया है। पूछने पर पता चलता है कि कोई ताकत उससे ऐसा करवाती है। पीडि़त व्येक्ति यह भी कहता है कि इस दौरान उसे अपने पैर पर नीली रोशनी दिखाई देती है। कई लोगो को कहना है की जाब वो रात को सोते है तो कोई उनकी बैडशीट खीच लेता है। कई पैरानॉर्मल एक्सपर्ट इस कमरे की जांच कर यहाँ पर पारलौकिक ताकतों की पुष्टि कर चुके है। इस के बाद होटल के इस कमरे को किराये पर देना बंद कर दिया गया है।
इस होटल का निर्माण 1902 में हुआ था। इस होटल में गार्नेट नाम की एक महिला की मौत हो गई थी जिसे की उसकी दवाई में ज़हर मिलाकर मारा गया था। इस काम को किसने अंजाम दिया इसका पता नहीं चल पाया था। माना जाता है कि यही महिला अपने कातिल को अब तक तलाश कर रही है। यह लोगों को परेशान नहीं करती, लेकिन इसका हाव-भाव शून्य चेहरा ही डराने के लिए काफी है। मशहूर मिस्टीरियस नॉवलिस्ट ‘अगाथा क्रिस्टी’ ने इसी घटना को आधार बना कर अपना पहला नॉवल ‘Mysterious Affair at Styles (1920)’ लिखा था।
17. मालचा महल – दिल्लीज (Malcha Mahal – Delhi) :
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पुरानी दिल्ली में कश्मीरी गेट के पास स्तिथ यह कब्रिस्ताtन 200 साल से अधिक पुराना है। 1857 के विद्रोह के दौरान इसमें कई लोगों की कब्र बनाई गई थी। माना जाता है कि इसमें एक अंग्रेज सैनिक सर निकोलस की रूह भटकती है, जो एक भारतीय महिला से प्रेम करता था लेकिन अपनी प्रेमिका द्वारा ठुकराए जाने पर उसने अपना सिर काट लिया था और तब से हर अमावस्या के दिन उस सिपाही का भूत इस स्थान पर टहलता नजर आता है।
पूरे विश्व ये अपने तरह का एक मात्र ऐसा खास इलाका है जहां के खौफनाक मंजर केवल भूतीया अनुभवों तक ही सीमित नहीं है बल्कि उससे काफी बढ़कर हैं। यहां तो दिन में ही एक से बढ़कर एक खौफनाक मंजर आपको देखने को मिल जाएंगे।टॉवर ऑफ साइलेंस दरअसल पारसी कब्रिस्तान है। यहां पारसी समुदाय के लोग अपने मृत जनों का अंतिम संस्कार करते हैं।पारसी समुदाय अपने मृतकों के शव को न जलाते हैं, न दफनाते हैं बल्कि यही लाकर खुले में छोड़ जाते हैं गिद्धों और अन्य मांस भक्षी पक्षियों के लिए……और ये ही यहां से जुड़े सबसे बड़ी खौफ की वजह भी है।यहां पर अगर कोई दिन में जाने की गलती कर भी ले तो रात में तो कतई यहां कोई जाने की न हिमाकत कर सकता है ,यहां अक्सर सफेद कपडो़ं में एक बेहद हसीन किशोरी देखी जाती है जो रात के वक्त यहां से गुजरने वालों से लिफ्ट मांगती है। इसके अलावा एक पारसी परिवार की आत्माओं को देखे जाने का भी दावा किया जाता है जो इसी जगह एक कार एक्सीडेंट में मारे गए थे। वे भी आते-जाते लोगों को अक्सर दिख जाते हैं। वे लोगों को गाड़ी खराब होने के बहाने से अपनी ओर आकर्षित करते हैं और मदद की अपील करते हैं। ये दोनों ही आत्माओं ने यहां से गुजरने वाले कुछ लोगों को नुक्सान भी पहुंचाया जिसके बाद यहां के बारे में ये बात प्रचलित हो गई कि यहां कभी भी जाना खतरे से खाली नहीं है और जाने-अनजाने अनिष्ट को चुनौती देना है।
20. डुमस बीच – सूरत – गुजरात (Dumas Beach – Surat – Gujrat ) :
गुजरात के सूरत स्थित डुमस बीच किसी जमाने में हिन्दुओ अंतिम संस्कार की जगह हुआ करता था। यह जगह अपनी काली रेत लिए काफी प्रसिद्ध है। गुजरात का डुमस बीच एक ज़माने में भुतहा जगह के रूप में प्रसिद्ध था। माना जाता है कि लोग यहां से रहस्मयी तरीके से गायब हो जाते थे और कभी नहीं मिलतेथे।गुजरात के डुमस बीच पर आज भी लोगों को चिल्लाने और बातें करने की अजीबोगरीब आवाजें आती हैं। ऐसा भी कहा जाता है की इस बीच पर रात को कुत्ते बहुत ही अजीब व्यवहार करते है। बीच के पास ही भगवान गणेश का मंदिर है।
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