Ashtbhuja Dham Temple Story & History In Hindi | आज हम आपको बताने जा रहे हैं उत्तरप्रदेश के एक ऐसे मंदिर के बारे में, जहां देवी-देवताओं की ज्यादातर मूर्तियों पर सिर ही नहीं है। वैसे तो लोग खंडित मूर्तियों की पूजा नहीं करते हैं, लेकिन यहां इन मूर्तियों को 900 सालों से संरक्षित किया जा रहा है और इनकी पूजा भी की जाती है। यह मंदिर उत्तरप्रदेश की राजधानी से 170 किमी दूर प्रतापगढ़ के गोंडे … [Read more...]
लंका मीनार – भाई-बहिन एक साथ नहीं जा सकते इस मीनार के ऊपर
Lanka Minar History In Hindi | Lanka Minar Story | यूपी के जालौन में 210 फीट ऊंची 'लंका मीनार' है। इसके अंदर रावण के पूरे परिवार का चित्रण किया गया है। खास बात ये है कि इस मीनार के ऊपर सगे भाई-बहन एक साथ नहीं जा सकते हैं। आइए जानते है क्या है इसके पिछे की कहानी - यह भी पढ़े - शंगचुल महादेव मंदिर - घर से भागे प्रेमियों को मिलता है यहां आश्रय इस मीनार का निर्माण मथुरा प्रसाद ने कराया था जो … [Read more...]
वीर लोरिक पत्थर – वीर लोरिक और मंजरी की अमर प्रेम निशानी
Lorik Manjri Love Story : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की सोन नदी के किनारे खड़ा वीर लोरिक का पत्थर एक प्रेम कथा को अपने में समेटे है। कहानी है कि इस नदी के किनारे अगोरी नाम का एक राज्य था। उस राज्य के राजा का नाम मोलागत था। मोलागत वैसे तो बहुत अच्छे राजा थे लेकिन उनके ही राज्य में रहने वाला मेहरा नाम का एक यादव युवक उन्हें पसंद नहीं आता था। क्योंकि मेहरा बलशाली था। यह भी पढ़े - 'कंवल-केहर' … [Read more...]
कानपुर का गंगा मेला – स्वतंत्रता संग्राम से जुडी है इसकी कहानी
पुरे भारत में होली सामान्य तौर पर एक दिन खेली जाती है, लेकिन यूपी के कानपुर में लोग होली के दिन रंग खेले ना खेले मगर अनुराधा नक्षत्र के दिन होली जरूर खेलते है। इसके पीछे एक तर्क है जो आजादी के पहले से चला आ रहा है। कहते है जब भारत गुलामी की जंजीरो से आजाद होने के लिए संघर्ष कर रहा था, तब कानपुर में आजादी के दीवाने क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी हुक्मरानों के मना करने के बावजूद होली के दिन ना केवल … [Read more...]
इस प्राचीन मंदिर में होती है मेंढक की पूजा, जानिए क्यों?
Frog Temple : भारत में कई ऐसे मंदिर है जहाँ जानवरों की पूजा की जाती है। अब तक हम आपको कई ऐसे मंदिरों के बारे में बता भी चुके है। इसी कड़ी में आज हम आपको बता रहे है भारत के एकमात्र ऐसे मंदिर के बारे में जहां मेंढक की पूजा की जाती है। आइए जानते है कहां है ये मंदिर और क्यों की जाती है मेंढक की पूजा ? यह भी पढ़े - कुकुरदेव मंदिर - इस प्राचीन मंदिर में होती है कुत्ते की पूजा भारत का एक मात्र … [Read more...]
बारिश की पूर्व सूचना देता है कानपुर का जगन्नाथ मंदिर
Jagannath Temple Behta, Kanpur: क्या आप कल्पना कर सकते हैं किसी ऐसे भवन की जिसकी छत चिलचिलाती धूप में टपकने लगे। बारिश की शुरुआत होते ही जिसकी छत से पानी टपकना बंद हो जाए। ये घटना है तो हैरान कर देने वाली लेकिन सच है। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले कानपुर जनपद के भीतरगांव विकासखंड से ठीक तीन किलोमीटर की दूरी पर एक गांव है बेहटा। यह भी पढ़े- जगन्नाथ रथयात्रा से जुड़ी कुछ रोचक … [Read more...]
कोकिलावन – यहाँ कोयल बन दर्शन दिए थे, श्री कृष्ण ने शनिदेव को
Kokilavan Shani Temple : Story & History in Hindi - दिल्ली से 128 किमी की दूरी पर तथा मथुरा से 60 किमी की दूरी पर स्थित कोसी कला स्थान पर सूर्यपुत्र भगवान शनिदेव जी का एक अति प्राचीन मंदिर स्थापित है। इसके आसपास ही नंदगांव, बरसाना एवं श्री बांके बिहारी मंदिर स्थित है। कोकिलावन धाम का यह सुन्दर परिसर लगभग 20 एकड में फैला है। इसमें श्री शनि देव मंदिर, श्री देव बिहारी मंदिर, श्री गोकुलेश्वर … [Read more...]
भारत के इस शहर में जलाए नहीं, दफनाए जाते हैं हिंदुओं के शव, जानिए क्यों शुरू हुई ये प्रथा
Hindu Cemeteries of Kanpur, History in Hindi : भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में एक अनोखी परम्परा का पालन पिछले 86 वर्षों से किया जा रहा है। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन यहां पिछले 86 सालों से हिंदुओं को कब्रिस्तान में दफनाया जा रहा है। जहाँ 86 साल पहले कानपुर में हिन्दुओं का एक कब्रिस्तान था वही अब ये बढ़ कर 7 हो चुके है। आखिर क्यों यहां खोदी जाती हैं हिंदुओं की कब्रें, … [Read more...]
अदभुत- यह मंदिर 7 दिन पहले ही दे देता है, बारिश होने की सुचना
Jagannath Temple Behta Kanpur History in Hindi: भारत देश एक ऐसा देश है जो आश्चर्यो से भरा हुआ है। इस देश के हर राज्य के हर शहर के कोने-कोने में कोई न कोई अदुभुत जगह मौजूद है। ऐसी ही एक जगह है उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में स्थित भगवान जगन्नाथ का मंदिर जो की अपनी एक अनोखी विशेषता के कारण प्रसिद्ध है। इस मंदिर की विशेषता यह है की यह मंदिर बारिश होने की सुचना 7 दिन पहले ही दे देता है। आप शायद … [Read more...]
बाबा तामेश्वरनाथ धाम (Baba Tameshwar Nath Dham)- इस शिवलिंग की कुंती ने की थी सबसे पहले पूजा
Baba Tameshwar Nath Dham Temple Khalilabad Gorakhpur Story in Hindi : आज हम आपको एक ऐसे प्राचीन मंदिर के बारे में बताने जा रहा है, जहां पर पांडवों की माता कुंती ने सबसे पहले पूजा की थी। गोरखपुर से 60 किमी दूर संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद में बाबा तामेश्वरनाथ का धाम बसा है। मान्यता है कि जंगल के बीच बसा ये मंदिर सभी की मनोकामनाएं पूरी करता है। बाबा के दर्शन मात्र से ही भक्तों के दुख दूर हो जाते हैं। … [Read more...]