Krishna's Son Pradyumna Hindi Story : कामदेव ने ही, श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में जन्म लिया था। आइए जानते है इससे सम्बंधित रोचक पौराणिक कथा - भगवान शंकर के शाप से जब कामदेव भस्म हो गया तो उसकी पत्नी रति अति व्याकुल होकर पति वियोग में उन्मत्त सी हो गई। उसने अपने पति की पुनः प्राप्ति के लिये देवी पार्वती और भगवान शंकर को तपस्या करके प्रसन्न किया। पार्वती जी ने उन्हें आशीर्वाद दिया कि … [Read more...]
श्री मुचुकुन्द जी की कथा
Raja Muchukunda Story : महाराज मुचुकुन्द राजा मान्धाता के पुत्र थे। ये पृथ्वी के एक छत्र सम्राट थे। बल और पराक्रम इतना कि देवराज इन्द्र भी इनकी सहायता के इच्छुक रहते थे। यह भी पढ़े - महाराज दिलीप की गौ सेवा एक बार असुरों ने देवताओं को परास्त कर दिया। दुखी होकर देवताओं ने महाराज मुचुकुन्द से सहायता की प्रार्थना की। देवराज की प्रार्थना स्वीकार करके वे बहुत समय तक असुरों से युद्ध करते रहे। … [Read more...]
वनवास काल में महाराज युधिष्ठिर को श्री कृष्ण ने दी राम नाम की दीक्षा
अब एक भूत-समन्वित भविष्य की कथा सुनिए। जब युधिष्ठुर अपनी माता और भाइयों को साथ लिए वनवास कर रहे थे, तब उन्हें देखने के लिए श्री कृष्ण जी वन में गये। वहाँ पाण्डवों ने बड़े प्रेम से श्री कृष्ण जी की पूजा की और युधिष्ठर ने कहा -- हे जगन्नाथ ! यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं तो मैं आपसे कुछ पूछता हूँ। यह भी पढ़े - जब तुलसीदास को भगवान जगन्नाथ ने दिये राम रुप में दर्शन हे देवेश ! यह तो आपको ज्ञात ही … [Read more...]
श्री कृष्ण ने किए थे 8 विवाह, जानिए उनकी कहानियां
पुराणों के अनुसार श्री कृष्ण ने 8 स्त्रियों से विवाह किया था जो उनकी पटरानियां बानी थी। ये थी - रुक्मिणी, जाम्बवती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रविंदा, सत्या(नाग्नजिती), भद्रा और लक्ष्मणा। आइए जानते है श्रीकृष्ण द्वारा इन आठ के साथ किए गए विवाह की कहानियां - यह भी पढ़े - जानिए श्री कृष्ण की 8 पत्नियों और 80 पुत्रों के बारे में 1. रुक्मिणी- विदर्भ राज्य का भीष्म नामक एक वीर राजा था। उसकी … [Read more...]
भगवान श्री कृष्ण द्वारा मारे गये धेनुकासुर के पूर्व जन्म की कथा
एक समय की बात है। राजा बलि का पुत्र साहसिक देवताओं को परास्त कर गन्धमादन की ओर प्रस्थित हुआ। उसके साथ बहुत बड़ी सेना थी। इसी समय स्वर्ग की अप्सरा तिलोत्तमा उधर से निकली। उसने साहसिक को देखा और साहसिक ने उसको। दोनों आकर्षित हो गये। यह भी पढ़े - पुतना सहित इन 5 इन राक्षसों का वध किया था बालकृष्ण ने तिलोत्तमा ने अपने सौन्दर्य से साहसिक को मोहित कर दिया। वे दोनों एकांत में यथेच्छ विहार करने … [Read more...]
पौराणिक रहस्य – सुदामा को गरीबी क्यों मिली?
।।श्री कृष्णाय गोविन्दाय नमो नम:।। सुदामा को गरीबी क्यों मिली?- अगर अध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाये तो सुदामा जी बहुत धनवान थे। जितना धन उनके पास था किसी के पास नही था । लेकिन अगर भौतिक दृष्टि से देखा जाये तो सुदामाजी बहुत निर्धन थे । यह भी पढ़े - अदभुत रहस्य :- आखिर क्यों निगला सीताजी ने लक्ष्मण को आखिर क्यों ? एक ब्राह्मणी थी जो बहुत गरीब निर्धन थी। भिच्छा माँग कर जीवन यापन करती थी। … [Read more...]
भगवान विष्णु ने देवकी और वसुदेव के घर क्यों लिया कृष्णावतार?
Krishna Avatar Story: स्वायम्भुवमन्वन्तर में जब माता देवकी का पहला जन्म हुआ था, उस समय उनका नाम ‘पृश्नि’ तथा वसुदेव ‘सुतपा’ नामक प्रजापति थे। दोनों ने संतान प्राप्ति की अभिलाषा से सूखे पत्ते खाकर और कभी हवा पीकर देवताओं का बारह हजार वर्षों तक तप किया। यह भी पढ़े- घर के मंदिर में हो श्रीकृष्ण की मूर्ति तो न भूले ये 6 चीजें इन्द्रियों का दमन करके दोनों ने वर्षा, वायु, धूप, शीत आदि काल के … [Read more...]
कैसे हुई क्षीर सरोवर की उत्पत्ति
Ksheer Sarovar Ki Utpatti : एक समय की बात है। गोपांगनाओं से घिरे भगवान श्री कृष्ण पुष्प वृन्दावन में विहार कर रहे थे। सहसा प्रभु के मन में दूध पीने की इच्छा जाग उठी। तब भगवान ने अपने वामपार्श्व से लीलापूर्वक सुरभी गौ को प्रकट किया।बछड़े सहित वह गौ दुग्धवती थी। अवश्य पढ़े- ये है भारत के 5 पवित्र सरोवर, मान्यता है की यहाँ स्नान करने से मिलता है मोक्ष सुदामा ने एक रत्नमय पात्र में उसका दूध … [Read more...]
जानिए क्या थी कर्ण, घटोत्कच, विदुर और संजय कि अंतिम इच्छा
Karna, Ghatotkach, Vidur & Sanjay ki Antim Ichha : इस लेख में हम आपको महाभारत के चार प्रमुख पात्रों की अंतिम इच्छाओं के बारे में बताएंगे। ये चार प्रमुख है- 1. दानवीर कर्ण 2. भीम पुत्र घटोत्कच 3. विदुर 4. संजय Must Read - भीष्म ने युधिष्ठिर को बताई थी लड़की के विवाह से जुड़ी ये खास बातें 1. दानवीर कर्ण की अंतिम इच्छा (Danveer Karna Ki Antim Ichha)- जब कर्ण मृत्युशैया पर थे तब … [Read more...]
राधा जन्म की कहानी – ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मां के गर्भ से नहीं जन्मी थी राधा
Radha Birth Story : धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन व्रज में श्रीकृष्ण के प्रेयसी राधा का जन्म हुआ था। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, राधा भी श्रीकृष्ण की तरह ही अनादि और अजन्मी हैं, उनका जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ। इस पुराण में देवी राधा जन्म से जुड़ी एक अद्भुत कथा का उल्लेख मिलता है। अवश्य … [Read more...]