कोरोना पर गीत | Song For Corona - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'कोरोना का आना........गजब हो गया'कोरोना पर गीत (Song For Corona)'कोरोना का आना........गजब हो गया'कोरोना का आना,आके सताना|परेशान करना गजब हो गया|ना ये होश में हैं,ना हम होश में हैं|बेहोश होना गजब हो गया|कोरोना का आना........गजब हो गया|1|ऐसी बिमारी ना सुनी ना देखी|इसकी ताकत अब जाके देखी|पहली का जाना,दूसरी का आना| लहर … [Read more...]
संकट मोचन,गोटे वाला – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Sankat Mochan Gote Vala - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित हनुमान जी पर रचना 'संकट मोचन गोटे वाला' | यह रचना 'शिरडी वाले सांई बाबा' वाली धून पर हैं|बजरंग बाण के कुछ ख़ास उपाय | Bajrang Baan Ke Upaayसंकट मोचन,गोटे वाला (Sankat Mochan Gote Vala)अच्छे कर्म वाला कोई कहां डरता हैं|तेरी कृपा से तो वो नाम करता हैं|भक्ति तो तेरी,बसी है दिल में|कन्ठ में आके,बन गया गाना|संकट मोचन,गोटे वाला|सब के … [Read more...]
‘पांच दोहे’- मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Paanch Dohe In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'पांच दोहे'पांच दोहेकनक आंचल लहराता,गांव धरा का आज|फसलें भी जवान हुई,बजे लगन के साज||1||देखभाल फसल की की,पुत्री समझ के रोज|कर पीले कर लिए हैं,दिल का उतरा बोज||2||तन मन से पाला उसे,मान बदन का अंग|विवाह हुआ चली गई, कहां रहीं अब संग||3||पीहर से पति घर गई,वही बना घरबार|अब माता - पिता के घर,पुत्री का इंतजार||4||बेटी अपने घर गई,पति … [Read more...]
‘नील वर्ण’ और ‘एक मुक्तक’- मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Kavya Rachna In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'नील वर्ण' और 'एक मुक्तक'नील वर्णनीले नयन,नीले वसन,उस पर नीली चुड़ियाँ|लाल अधर,लाल दुपट्टा,ललाट लाल बिंदिया|चेहरा उदास,मिलन प्यास,कानों में झुले झुमकियां|चिन्तन मन,करती मनन,कैसे मिटेगी दूरियाँ?मनीष नंदवाना 'चित्रकार'राजसमन्दएक मुक्तकधरा पर स्वर्ग की परी सी लगती हैं|घास पर ओस की बूंद सी लगती हैं|चिन्तन मनन में मग्न हैं तू इस … [Read more...]
‘गोमती का नीर’- मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Gomati Ka Neer Kavya Rachna In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'गोमती का नीर'जय जय राजसमंद - कमलेश जोशी 'कमल''गोमती का नीर' (Gomati Ka Neer)गोमती का नीर नीर|आता नौ चौकी के तीर|तृण तृण कण कण|श्रृंगार ये कराता हैं|1|जन जन हर मन|हरता हैं पीर पीर|पर्वतों की काया|हरी भरी कर जाता हैं|2|बादलों की बूंद बूंद|झरती हैं झर झर|झील का आंचल|समुंद्र सा लहराता हैं|3|लहरें भी उठ उठ|गिरती … [Read more...]
थूं हैं मारी गणगौर | राजस्थानी गीत – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Tu Hai Mari Gangour In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित राजस्थानी गीत 'थूं हैं मारी गणगौर'Gangaur Shayari | गणगौर शायरीराजस्थानी गीतथूं हैं मारी गणगौर (Tu Hai Mari Gangour)थने देख ने मन में मारे उठे प्रेम हिलौरथूं है मारी गणगौरथूं है मारी गणगौरमारा मन का फूलां पे थूंतितली सी मंडरावे हैं - 2चुपके चुपके आवे हैं थूंचुपके चुपके जावे हैंमारो चित चुराई ने लइगीथूं हैं चित चोरथूं हैं … [Read more...]
‘नाचता बसंत’ – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Nachta Basant Poem In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'नाचता बसंत''नाचता बसंत' (Nachta Basant)कोपल में, कलियों में, कोयल की कुहू - कुहू में,गांव की गलियों में घूमता बसंत हैं|पुष्पों में, पुंजों में, पराग में, पाहन में,झरने की झर - झर में झरता बसंत हैं|तुझ में, मुझ में, लता और कुंज में,प्रकृति के अंग - अंग में नाचता बसंत हैं|भुजा में भुजबंध को, कलाई में कंगन को,पांव की पायल … [Read more...]
‘जहां से तू गुजर जाएं’ – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Poem In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'जहां से तू गुजर जाएं''जहां से तू गुजर जाएं'जहां तुम कदम रख दो,वह धूल भी फूल हो जाएं|पेड़ - पौधें, डाल - पात,फूल, कलियां भी महक जाएं|नृत्य करती, इठलाती, मस्ती में हो,जब - जब जहां से तू गुजर जाएं|1|जिस पथ पर उमंग,उल्लास से तू चल रहीं|जिससे मिलन की,प्यास लिए तू चल रहीं|एक नज़र ही सही,वह तुमको नज़र आएं|जब - जब जहां से तू गुजर जाएं|2|वह … [Read more...]
नव वर्ष पर कविता – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
New Year Poem In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित नव वर्ष पर कवितानव सूरनव धूप होएक नव रुप होनव भावनव बात होएक नव प्रभात होनव रंगनव रुप होएक नव स्वरुप होनव पथनव गमन होएक नव चमन होनव उल्लासनव उमंग होएक नव तरंग होनव सुरनव तान होएक नव गान होवही तनवही मन होवही पहले सा प्यार होएक नव बहार होएक नव बहार होमनीष नंदवाना 'चित्रकार'राजसमंद🌹|| आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ||🌹मनीष … [Read more...]
सूरज आंख मिचोली करता – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Suraj Aankh Micholi Karta Poem In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'सूरज आंख मिचोली करता''सूरज आंख मिचोली करता' (Suraj Aankh Micholi Karta)सूरज आंख मिचोली करताकभी वो छुपता कभी वो दिखताहल्की हल्की धूप धरा परकंचन कनक कणिकाएँ बिखेरतामेघ गर्जन रह रह कर करताआज हंसी ठीठोली करतासूरज आंख मिचोली करतातीखे तीर सी समीर चले हैंशीतल शीतल मंद बहे हैंहिमाचल के हिम सी शीतलहिम कण सी अंबु … [Read more...]