Shri Ram Sumiran - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'श्रीराम सुमिरण'पुष्प वाटिका में सीया राम श्रीराम सुमिरण (Shri Ram Sumiran)जय अवधनाथ दशरथ नन्दनहम सब करते तेरा वंदनदशरथ की आंखो के तारेकौशल्या के राज दुलारेभरत लखन शत्रुघ्न सब भाईदेखि देखि सब हि मुसकाईगुरुकुल जाय के शिक्षा लिन्हीपाय आशीष सेवा किन्हीविश्वामित्र संग वन जायेताड़का मारीच दोउ मारेमिथिला जाय शिव धनु तोड़ामाँ सिया संग नाता … [Read more...]
जय जय राजसमंद – कमलेश जोशी ‘कमल’
Jai Jai Rajsamand Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'जय जय राजसमंद ' । यह रचना राजसमंद स्थापना दिवस के उपलक्ष में लिखी गयी है। राजसमंद स्थापना दिवस पर आप सभी को शुभकामनाएं ।जय जय राजसमंद (Jai Jai Rajsamand)इस धरती का कण कण प्यारा ,नित नित झुकाता हूं मै शीश रे जनम मिले तो यहीं मिले फिर ,जहां बिराजते द्वारिकाधीश रेछटा निराली मेरे राजसमंद की ,चहुं ओर है कितने ही तीर्थ रे कृपा … [Read more...]
देश देश से आई बहती – कमलेश जोशी ‘कमल’
Desh Desh Se Aayi Bahti Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'देश देश से आई बहती'देश देश से आई बहतीदेश देश से आई बहती इन धाराओं का संगम देखो किसने पिरोये सुंदर मोती इन पलों का सृजन देखोअद्भुत ये मंच सजा है देखो कितना दृश्य मनोहर पुलकित प्रसन्न हर मुख आगत भविष्य की धरोहरआतुर सब कहने को अपने मन की अभिव्यक्तिकितनी गहरी बातों को कहने की जिनमे है शक्तिहर एक अपने मे अलग हर एक, हर एक … [Read more...]
हम दीवाने रहे हैं – कमलेश जोशी ‘कमल’
Hum Deewane Rahe Hai Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'हम दीवाने रहे हैं'खयालात उनके कुछ पुराने रहे हैं अपने हो कर भी वह बेगाने रहे हैंदिल्लगी रखी मानकर जिसे अपना उन्ही के तीरों के हम निशाने रहे हैंसमय का पहिया चलता रहा सदा वक्त संग बदलते यूंही जमाने रहे हैंतुम कब मतलबी हो गए थे दोस्त साथ तेरे तो कितने अफसाने रहे हैंहुनर ठगने का नया चलन मे आज कला के कितने वरना घराने रहे … [Read more...]
‘नींव के पत्थर’ – कमलेश जोशी ‘कमल’
Neev Ke Patthar Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'नींव के पत्थर'नींव के पत्थर (Neev Ke Patthar)कंगुरे आसमान मे चढ कर छा जाते हैं नींव के पत्थर नींव मे दबे रह जाते हैंआभूषण की तारीफ खूब पाता जौहरीकीमत कुछ पा कारीगर ठगे रह जाते हैंखून पसीना बहा के अन्न उगाता किसान बिचोलिये मुनाफा पाकर मजे लूट जाते हैंवोट कीमती देकर चुना जनता ने जिसे जीतकर वो नेता जाने कहां रह जाते हैंचक्कर … [Read more...]
स्टेटस की बात है – कमलेश जोशी ‘कमल’
Status Ki Baat Hai Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'स्टेटस की बात है'स्टेटस की बात है (Status Ki Baat Hai)थोडा लिखना पडता है स्टेटस की बात है थोडा दिखना पडता है स्टेटस की बात हैथोडा दिखावा कर लेते हैं सबके सामने विनम्र बनना पडता है स्टेटस की बात हैमन मे क्या है, क्यो कहे, बात बिगडेगीअच्छा बनना पडता है स्टेटस की बात हैचाटुकारिता जरूरी, थोडी मिठास साथ जी सर करना पडता है … [Read more...]
परिधान – कमलेश जोशी ‘कमल’
Paridhaan Poem In Hindi - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'परिधान' परिधान (Paridhaan)सुती मखमल रेशमी परिधान रंग रंग के शोभते बहुविधि चढकर मनु अंग अंग केशोभते है नर नारी पहन अंबर इन्द्रधनुषीकाल स्थिति परंपरा से बनते ढंग ढंग केपहचान बनते कभी तो कभी वैभव बहु सोच का पर्याय नाम वस्त्र नव नवरंग केपरंपरा, उत्सव , पर्व पर बहुत चमकते दमकते आभूषण संग कपडे सतरंग केवस्त्र वही सुंदर जो ढकते तन मन को … [Read more...]