श्री हनुमान चालीसा का भावार्थ | Hanuman Chalisa Ka Bhavarth | Meaning Of Hanuman Chalisa - हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करने से मन में और घर में सुख-शांति रहती है। हम सब हनुमान चालीसा का पाठ करते है लेकिन हमे हनुमान चालीसा का भावार्थ नहीं पता होता जो की हमे पता होना चाहिए। आज के ब्लॉग में हम आपको हनुमान चालीसा का भावार्थ (Hanuman Chalisa Ka Bhavarth) बता रहे है। तो आइये जानते है की हनुमान चालीसा … [Read more...]
वैदिक घड़ी क्या कहती है?
Know What The Vedic Clock Says | वैदिक घड़ी क्या कहती है?- हमारे सनातन धर्म में हर चीज़ का एक अर्थ और महत्व है । सनातन धर्म मे प्रत्येक वस्तु कुछ न कुछ अवश्य सिखाती है। जिससे हमें सीख मिलती है। वैदिक घड़ी क्या कहती है? क्या अद्भुत संदेश देती है ? आइये जानते है क्या लिखा है वेदों में समय (घड़ी) के बारे में -यहाँ पढ़े - आइये चलें वैदिक संस्कृति की ओर | वेद की 7 आज्ञा◆ 12:00 बजने के स्थान पर आदित्या: लिखा … [Read more...]
क्यों समझ से बाहर है “स्त्री” ?
क्यों समझ से बाहर है "स्त्री" ?- ब्रह्माण्ड का सञ्चालन सुचारु रूप से चलाने के लिये उन्होंने तीन प्राकृतिक गुणों की रचना की जो सत्व, राजस तथा तम नाम से जनि जाती हैं। साथ ही इन त्रिगुणों के ''परिचालन'' हेतु, त्रि-देवो की संरचना की। निर्माण या रचना, पालन तथा संहार, ये तीनो ही सञ्चालन हेतु ''संतुलित'' रूप में अत्यन्त आवश्यक हैं।यहाँ पढ़े - स्त्री हो या पुरुष, इन 5 पर भरोसा नहीं करना … [Read more...]
आखिर क्या है ! संसार में माता का स्थान
Maa Importance According To Purana :- भगवान वेदव्यास जी ने बडा मार्मिक चित्रण पुराणों में किया है। मात् देवो भव:पितृ देवो भव: 1 पितुरप्यधिका माता गर्भधारणपोषणात् । अतो हि त्रिषु लोकेषु नास्ति मातृसमो गुरुः॥ गर्भ को धारण करने और पालनपोषण करने के कारण माता का स्थान पिता से भी बढकर है। इसलिए तीनों लोकों में माता के समान कोई गुरु नहीं अर्थात् माता परमगुरु है! 2 नास्ति गङ्गासमं तीर्थं नास्ति विष्णुसमः … [Read more...]
भगवान शिव के आदेश पर लिखी गई श्री रामचरितमानस
Shri Ramcharitmanas Ki Rachna Kaise Hui | यूं तो हिंदू धर्म में अनेक पुराण व ग्रंथ हैं, लेकिन उन सभी में श्रीरामचरित मानस का अपना विशेष स्थान है। इस ग्रंथ में भगवान श्रीराम के जीवन का बहुत ही सुंदर वर्णन मिलता है। अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को ही तुलसीदासजी ने श्रीरामचरित मानस की रचना संपूर्ण की थी। श्रीरामचरित मानस व गोस्वामी तुलसीदासजी के बारे में ऐसी अनेक बातें हैं, जिन्हें कम ही लोग जानते … [Read more...]
विष्णु स्मृति – अपवित्र होने के बावजूद ये 4 चीजें मानी जाती हैं पवित्र
Vishnu Smriti Sutra In Hindi | विष्णु स्मृति के अनुसार हिन्दू धर्म में कुछ अपवित्र चीजों को भी पवित्र माना गया है। जो हमें जानवर, पक्षी और कीड़ों के मल, उल्टी और उनके मरने से मिलती है। जैसे गाय का दूध पहले बझड़ा उसे जूठा कर देता है फिर हमें दूध मिलता है, लेकिन गाय के दूध को पांच अमृतों में एक माना गया है। साथ ही इसका उपयोग देवी-देवताओं के अभिषेक के लिए किया जाता है और दूध से खीर और घी बनाते हैं … [Read more...]
बृहत्संहिता | Brihat Samhita | चलने के तरीके से पता चलती है लड़कियों की ये खास बातें
Brihat Samhita - Girls Nature According To Walking Style | जिस प्रकार समुद्रशास्त्र में इंसान के शरीर के विभिन्न अंगों के आधार पर इंसान के स्वभाव के बारे में बताया जाता है उसी प्रकार वाराही संहिता या बृहत् संहिता में भी ऐसी बहुत सी बातों का वर्णन मिलता हैं। बृहत्संहिता के अनुसार लड़कियों की चाल से उनके व्यवहार और आदतों का पता लगाया जा सकता हैं। तो आइए जानते हैं किस तरह से आप किसी की चाल से उनके … [Read more...]
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए फॉलो करे रामायण की ये 7 बातें
Ramayana Tips For Happy Married Life | वर्तमान समय में बहुत से कपल्स ऐसे हैं, जिनका वैवाहिक जीवन सुखद नहीं हैं। शादी के बाद छोटे-छोटे वाद-विवाद होना आम बात है, लेकिन जब ये बढ़ने लगे तो संभल जाना चाहिए। यह एक वैज्ञानिक तथ्य है कि शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तरों पर स्त्री और पुरुष दोनों ही अधूरे होते हैं। दोनों के मिलन से ही अधूरापन दूर होता है। दांपत्य यानी मैरिड लाइफ में यहां बताई जा रही सात … [Read more...]
भविष्य पुराण – पुरुषों के पैर बताते है की वो भाग्यशाली है या नहीं
Bhavishya Purana | किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य, वर्तमान और आदतों को जानने के लिए ज्योतिष ग्रंथों के अलावा शास्त्रों में भी कुछ विशेष संकेत बताए गए हैं। गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित कल्याण अंक के संक्षिप्त भविष्य पुराण में बताया गया है कि किन संकेतों से मालूम हो सकता है कि कोई पुरुष भाग्यशाली है या नहीं। इस पुराण के ब्राह्म पर्व में पुरुषों के शुभ-अशुभ लक्षण बताए गए हैं, यहां जानिए ये … [Read more...]
वराहपुराण के अनुसार इन 2 रंगों के कपड़ें पहनकर नहीं करनी चाहिए पूजा
Varah Puran Ke Anusar Puja Ke Niyam | रोज की पूजापाठ में क्या किया जाना चाहिए क्या नहीं, इसके कई नियम हैं। लगभग सभी शास्त्रों ने कहीं ना कहीं इस बात को बताया भी है कि क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए, कौन सी सावधानियां पूजन करते समय रखनी चाहिए। भगवान वराह ने वराहपुराण में पूजा के समय निषेध कामों के बारे में बताया है। इस पुराण में वराह भगवान ने पूजा से जुड़े ऐसे ही दस काम बताए हैं। पूजा के समय … [Read more...]