Lal Bahadur Shastri Moral Stories in Hindi | Kahani | Kisse | Prerak Prasang |देश के दूसरे पीएम लाल बहादुर शास्त्री का जन्म रामनगर में मुंशी शारदा प्रसाद के यहां 2 अक्टूबर, 1904 को हुआ था। बता दें कि जब 1965 में देश भुखमरी की समस्या से गुजर रहा था, तब उस समय शास्त्री जी ने सैलरी लेना बंद कर दिया था। इसी दौरान अपने घर काम करने आने वाली बाई को भी काम पर आने से मना कर दिया था और घर का काम खुद करने … [Read more...]
कानपुर का गंगा मेला – स्वतंत्रता संग्राम से जुडी है इसकी कहानी
पुरे भारत में होली सामान्य तौर पर एक दिन खेली जाती है, लेकिन यूपी के कानपुर में लोग होली के दिन रंग खेले ना खेले मगर अनुराधा नक्षत्र के दिन होली जरूर खेलते है। इसके पीछे एक तर्क है जो आजादी के पहले से चला आ रहा है। कहते है जब भारत गुलामी की जंजीरो से आजाद होने के लिए संघर्ष कर रहा था, तब कानपुर में आजादी के दीवाने क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी हुक्मरानों के मना करने के बावजूद होली के दिन ना केवल … [Read more...]
Interesting Facts of Chandra Shekhar Azad (चन्द्र शेखर आजाद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य)
aSome Interesting Facts of Chandra Shekhar Azad in Hindi - 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा में जन्म लेने वाले चंद्रशेखर आजाद का नाम दुनिया के महान क्रांतिकारियों में शुमार है। वह कसम खाए थे कि जीते-जी अंग्रेजों के हाथों में नहीं आएंगे। आजादी पाने के लिए हद तक जाना और बेखौफ अंदाज दिखाना, इन दोनों ही बातों से चंद्रशेखर आजाद आज अमर हैं। 27 फरवरी, 1931 को जब वह इलाहाबाद के … [Read more...]
नेताजी सुभाषचंद्र बोस का ऐतिहासिक भाषण- ” तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा “
Netaji Subhash Chandra Bose Historical Speech in Hindi : सन् 1941 में कोलकाता से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस अपनी नजरबंदी से भागकर ठोस स्थल मार्ग से जर्मनी पहुंचे, जहां उन्होंने भारत सेना का गठन किया। जर्मनी में कुछ कठिनाइयां सामने आने पर जुलाई 1943 में वे पनडुब्बी के जरिए सिंगापुर पहुंचे। सिंगापुर में उन्होंने आजाद हिंद सरकार (जिसे नौ धुरी राष्ट्रों ने मान्यता प्रदान की) और इंडियन नेशनल आर्मी का गठन … [Read more...]
चंद्रशेखर के आज़ाद बनने की गाथा
Chandra Shekhar Azad Story in Hindi : आज़ादी देश की बलिवेदी पर अनगिनत क्रांतिकारी बलिदान हो आ गए। उनमें से एक प्रमुख क्रांतिकारी चंदशेखर आज़ाद थे। उनका जन्म 23 जुलाई, 1906 को श्रावण महीने में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को सोमवार के दिन अलीराजपुर (मध्य प्रदेश) के एक गाँव भावरा में हुआ। बालक अत्यंत सुन्दर, तेजस्वी था, इसलिए उसका नामकरण उसके गुण, रूप के अनुरूप ही रखा गया 'चंद्रशेखर'। बचपन में … [Read more...]
बावनी इमली शहीद स्मारक – फतेहपुर – एक इमली का पेड़ जिस पर अंग्रेजो ने 52 क्रांतिकारियों को एक साथ लटकाया था फांसी पर
52 Imali Shahid Smarak Story & History In Hindi : -हमारे देश को अंग्रेजो की दासता से मुक्त कराने के लिए अनगिनत क्रांतिकारियों ने अपनी जान भारत माँ के नाम कुर्बान करी थी। इन शहीदो की शाहदत को नमन करने के लिए अनेको जगह शहीद स्मारक बने हुए है, जो की हमें उन आज़ादी के सिपाहियों कि देश की स्वतंत्रता के लिए किए गए बलिदानो की याद दिलाते है। ऐसे ही एक क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह के शहीद स्मारक के बारे … [Read more...]
तरकुलहा देवी – गोरखपुर – यहाँ क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह ने चढ़ाई थी कई अंग्रेज सैनिकों कि बलि
Tarkulha Devi Temple Story & History in Hindi : तरकुलहा देवी मंदिर (Tarkulha Devi Temple) गोरखपुर से 20 किलो मीटर कि दूरी पर तथा चौरी-चौरा से 5 किलो मीटर कि दुरी पर स्तिथ हैं। तरकुलहा देवी मंदिर (Tarkulha Devi Temple) हिन्दू भक्तो के लिए प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यह मंदिर अपनी दो विशेषताओ के कारण काफी प्रशिद्ध हैं। पहला इस मंदिर से जुड़ा क्रांतिकारी बाबू बंधू सिंह(Bandhu singh) का इतिहास … [Read more...]