What Is Web Indexing | Web Indexing Kya Hai | Web Indexing क्या है – अगर आप एक ब्लॉगर हैं तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए। कि गूगल में वेबसाइट बिना इंडेक्स किए सर्च इंजन में रैंक नहीं कर सकती है। जब यह रैंक नहीं करेगा, तो वेबसाइट पर ट्रैफ़िक नहीं आएगा, जिससे कोई कमाई नहीं होगी। गूगल के SERPs में हर महीने 5 अरब से ज्यादा ब्लॉग पोस्ट गूगल के बॉट्स शामिल करते है लेकिन गूगल में वेबसाइट को इंडेक्स करके रैंक करना उतना आसान नहीं है जितना लगता है, क्योंकि नए ब्लॉगर के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जिससे उनकी ब्लॉग पोस्ट जल्दी रैंक कर सके। इसके लिए आपको Web Indexing के इस Topic को अच्छी तरह से समझना होगा। यहां मैं आपको वेबसाइट के इंडेक्सिंग के बारे में बताऊंगा। जिसे क्रॉल करने के बाद गूगल के बॉट्स द्वारा इंडेक्स किया जाता है। इस पोस्ट में हम बताए है कि वेब इंडेक्सिंग क्या है (What Is Web Indexing), वेब इंडेक्सिंग क्यों जरूरी है और इंडेक्सिंग को कैसे बेहतर बनाया जाए।
यदि आप इस पोस्ट को अच्छी तरह से समझते और पढ़ते हैं, तो आप आसानी से अपनी वेबसाइट के रैंकिंग प्रॉब्लम को सुधार सकते हैं। इससे आपकी वेबसाइट की ट्रैफिक ज्यादा होने की संभावना बढ़ जाती है। जब Google के बॉट आपकी वेबसाइट के वेब पृष्ठों को क्रॉल करते हैं, तो वे सामग्री का विश्लेषण करते हैं और आपके साइट के कंटेंट को खोज इंजन के डेटाबेस में सहेजते हैं। इस प्रक्रिया को ही इंडेक्सिंग कहते हैं जब वेबसाइट को इंडेक्स किया जाता है, तो आपकी वेबसाइट की खोज इंजन पर रैंकिंग की संभावना बढ़ जाती है और ट्रैफ़िक भी बढ़ने लगता है सर्च इंडेक्सिंग के कारण आपकी वेबसाइट के वेब पेज सर्च इंजन रिजल्ट में बहुत जल्द दिखने लगते हैं। जब कोई यूजर सर्च इंजन में जाकर कोई कीवर्ड सर्च करता है।
उदाहरण के लिए, मान लें कि एक उपयोगकर्ता ने टाइप किया : Google Me Website Index Kaise Karen, तो सर्च इंजन अपने डेटाबेस से उस यूजर के कीवर्ड से मिलती-जुलती जानकारी ढूंढकर सर्च रिजल्ट दिखाता है। अच्छी जानकारी वाले पोस्ट सर्च इंजन पर उच्च रैंक करते हैं। अब आप समझ गए होंगे कि Indexing क्या है? (What Is Web Indexing) तो आइए अब आपको बताते हैं कि वेब इंडेक्सिंग क्यों जरूरी है। ताकि आप भी अपना वेबसाइट गूगल में इंडेक्स करके वेबसाइट की रैंकिंग बढ़ा सके।
वेबसाइट के लिए इंडेक्सिंग क्यों महत्वपूर्ण है
किसी भी वेबसाइट के लिए इंडेक्सिंग बहुत जरूरी है। क्योंकि बिना इंडेक्स किए कोई भी वेबसाइट सर्च इंजन के रिजल्ट पेज पर नहीं आ सकती है। अगर आप अपनी वेबसाइट को सर्च रिजल्ट में लाना चाहते हैं तो इंडेक्सिंग बहुत जरूरी है। जब Google के बॉट आपकी वेबसाइट के वेब पेजों को इंडेक्स करते हैं और उन्हें सर्च इंजन के डेटाबेस में सेव करते हैं, और जब कोई उपयोगकर्ता गूगल पर कुछ सर्च करता है तो अगर आपके वेबसाइट पर है जानकारी उपलब्ध होता है जो उपयोगकर्ता खोज रहा है तो गूगल के बॉट आपके वेबसाइट के कंटेंट को दिखाने लगते है।
जिससे आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक वृद्धि होने लगती है और फिर धीरे-धीरे आपकी वेबसाइट सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) पर उच्च रैंक करने लगती है। लेकिन आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि सिर्फ इंडेक्स करने से ही आपकी वेबसाइट रैंक नहीं होगी। रैंक करने के लिए आपको इंडेक्सिंग के साथ-साथ अच्छा कंटेंट भी तैयार करना होता है, आपको SEO ऑप्टिमाइजेशन भी करना होता है।
अगर आप अपनी वेबसाइट की इंडेक्सिंग को बेहतर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपनी वेबसाइट का SEO ऑप्टिमाइजेशन करना होगा। आप On Page SEO, Off Page SEO और Technical SEO करके अपनी वेबसाइट की Indexing को बेहतर कर सकते हैं। अगर आप अपने वेबसाइट के ट्रैफिक बढ़ाना चाहते है तो यहां मैंने आपको लिए कुछ पॉइंट बताए हैं जिन पर आपको ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
1. गुणवत्ता सामग्री लिखें-
आप अच्छी गुणवत्ता Content लिखकर अपनी वेबसाइट के Traffic में सुधार कर सकते हैं। क्योंकि जब कोई यूजर सर्च इंजन पर कोई कीवर्ड सर्च करता है तो सर्च इंजन यूजर को उस कीवर्ड से संबंधित सर्च रिजल्ट दिखाता है। वही वेबसाइट सर्च रिजल्ट में उच्च रैंक पर होती है जिसकी सामग्री में गुणवत्ता होती है। आपका वेबसाइट के कंटेंट ऐसी होनी चाहिए कि जब भी कोई उपयोगकर्ता आपके वेब पृष्ठों को पड़े तो पढ़ने के बाद उसमें दी गई जानकारियों का पालन कर सके। जब कोई उपयोगकर्ता को आपके वेबसाइट के कंटेंट अच्छा लगता है तो वह आपके और वेबसाइट के और भी पृष्ठों के पढ़ता है ऐसे में गूगल भी यह सोचता है कि आप अपने वेबसाइट पर कुछ अच्छा जानकारी दिए है जिससे आपकी वेबसाइट का ट्रैफिक बड़ जाता है।
2. हाइपरलिंकिंग –
वेबसाइट के इंडेक्सिंग को बेहतर बनाने तथा रैंक को बढ़ाने के लिए हाइपरलिंकिंग का भी बहुत महत्व है। जब आप अपनी वेबसाइट के पोस्ट में इंटरनल लिंकिंग और आउटबाउंड लिंकिंग करते हैं, तो इससे आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ता है। जब आपकी वेबसाइट को बैकलिंक्स मिलने लगती है तब जब गूगल के बॉट उस बैकलिंक के जरिए उन वेबसाइटों को क्रॉल करके आपकी वेबसाइट पर आ जाते हैं। और वे समझते हैं कि आपकी वेबसाइट की पोस्ट महत्वपूर्ण है और यह विज़िटर के लिए सहायक है, इसलिए बैकलिंक दिया गया है। जिससे आपकी वेबसाइट की Indexing बेहतर होती है। आपको अपनी वेबसाइट में Broken Links को भी चेक करते रहना चाहिए।
अगर आपकी वेबसाइट में कोई ऐसा लिंक Available नहीं है या जो गूगल के बोट्स को समझने में परेशानी हो रही है तो आप उस लिंक को हटा दे या ठीक कर दे जिससे आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक डाउन नहीं होगा और वेबसाइट सर्च इंजन में रैंक कर पाएगी।
3. यूआरएल –
आपको अपनी वेबसाइट पोस्ट के URL को छोटा करना चाहिए। क्योंकि Search Engine और Visitor दोनों ही छोटे URL को अच्छे से पढ़कर समझ सकते हैं। सर्च इंजन इस प्रकार के URL को बहुत जल्दी इंडेक्स करते हैं, यदि आप इस प्रकार का छोटा URL बनाते हैं, तो सर्च इंडेक्सिंग इम्प्रूवमेंट होने लगता है। आपको अपनी पोस्ट के URL में Focus Keyword& का भी इस्तेमाल करना चाहिए, ऐसा करने से आपकी Search Engine में Ranking होने की संभावना बढ़ जाती है। चूंकि लंबे URL का विज़िटर और सर्च इंजन दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए आपको अपनी पोस्ट के URL को जितना हो सके छोटा बनाना चाहिए।
यदि आप अपनी वेबसाइट के इंडेक्सिंग में सुधार करना चाहते हैं, तो आपको अपनी वेबसाइट पोस्ट की URL में सुधार करना होगा। अब आप समझ गए होंगे कि सर्च इंजन में इंडेक्सिंग को बेहतर बनाने के लिए एक अच्छे यूआरएल का होना कितना जरूरी है।
4. सामग्री में फोटो और वीडियो का प्रयोग करें-
जैसा कि आप जानते हैं कि इमेज और वीडियो किसी भी कंटेंट को समझने में अधिक मदद करते हैं। आप अपनी सामग्री में फोटो और वीडियो का उपयोग करके सामग्री को आकर्षक बना सकते हैं। विज़िटर इमेज को देखकर आपके कंटेंट के बारे में आसानी समझ पाते है कि वह कंटेंट किस टॉपिक से संबंधित है और उसमें क्या जानकारी दी गई है लेकिन जब आप कंटेंट में इमेज का इस्तेमाल नहीं करते है तो Visitars को
आपका कंटेंट उतना आकर्षक नहीं लगता है आप अपने कंटेंट में Image इस्तेमाल करने से पहले इमेज को अच्छे से ऑप्टिमाइज़ करें इमेज ऑप्टिमाइजेशन में आप अपनी इमेज को कंप्रेस करके, उसकी लंबाई और चौड़ाई को क्रॉप कर सकते है
आप इमेज को ऑल्ट टैगिंग भी करे ताकि सर्च इंजन इमेज को आसानी से समझ सके इसके अलावा आप Youtube की मदद से अपने कंटेंट में वीडियो ऐड कर सकते हैं। यदि आप अपनी वेबसाइट पर किसी पोस्ट पर सीधे वीडियो अपलोड करते हैं, तो आकार में वृद्धि के कारण वेबसाइट की लोडिंग गति धीमी हो जाएगी।
तो दोस्तो आज के इस पोस्ट में हम आपको बता दिए है की वेब इंडेक्सिंग क्या है, और यह आपके वेबसाइट के लिए कितना जरूरी है साथ ही हम यह भी बताए है की आप किन बातों को ध्यान में रखकर अपने वेबसाइट के रैंकिंग को बढ़ा सकते है हरे द्वारा इस लेख का मुख्य उद्देश्य आपकी वेबसाइट के ट्रैफिक में सुधार करना है ताकि आपके वेबसाइट का गूगल में रैंक बढ़ सके और आप अपने वेबसाइट से अच्छा खासा पैसा कमा सकें।
दोस्तो अगर इंडेक्सिंग की प्रक्रिया नहीं की जाती है तो आपकी वेबसाइट सर्च इंजन के रिजल्ट पेजों में नहीं दिखाई जाती है। जब आपकी वेबसाइट सर्च रिजल्ट में नहीं आएगी तो वेबसाइट पर पोस्ट करना बेकार है। अगर आपको यह जानकारी अच्छा लगा हो तो आप कमेंट के जरिए बताना ना भूले धन्यवाद।
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