10 Famous Devi Temple Situated On Hills : इस लेख में हम आपके देवी के 10 ऐसे फेमस मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पहाड़ों पर स्थापित हैं। साथ ही जानिए हर मंदिर से जुड़ी 2-2 खास बातें..
1. कनक दुर्गा मंदिर, आंध्र प्रदेश (Kanaka durga temple, Vijayawada, Andhra pradesh)
- यहां पहाड़ी को लेकर मान्यता है कि अर्जुन ने यहीं पर भगवान शिव की तपस्या की थी और उनसे पाशुपतास्त्र प्राप्त किया था।
- कहते है इस मंदिर की देवी प्रतिमा स्वयं प्रकट हुई थी, इसलिए इसे बहुत ख़ास और शक्तिशाली माना जाता है।
2. तारा देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश (Tara devi temple, Shimla, Himachal pradesh)
- कहा जाता है कि यह मंदिर लगभग 250 साल पहले बनाया गया था।
- यहां स्थापित देवी की मूर्ति को लेकर मान्यता है की तारा देवी की मूर्ति प. बंगाल से लाई गई थी।
3. चामुंडेश्वरी मंदिर, कर्नाटक (Chamundeshwari temple, Karnataka)
- मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर की स्थापना 12वीं सदी में की गई थी।
- मंदिर परिसर में राक्षस महिषासुर की एक 16 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। जो यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है।
4. मनसा देवी मंदिर, उत्तराखंड (Mansa devi temple, Haridwar, Uttarakhand)
- मान्यताओं के अनुसार मनसा देवी की उत्पत्ति ऋषि कश्यप के मन से हुई थी।
- यहां स्थापित पेड़ पर धागा बांधने से मनोकामना जरूर पूरी होती है। जिसके बाद पेड़ से एक धागा खोलने की परम्परा है।
5. अधर देवी मंदिर, राजस्थान (Adhar devi temple, Mount abu, Rajasthan)
- अधर देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को लगभग 365 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है।
- यहां मान्यता है कि अगर कोई भक्त पूरी श्रद्धा के साथ देवी की पूजा करता है तो यहां उसे बादलों में देवी की छवि दिखती है।
6. बम्लेश्वरी देवी मंदिर, छत्तीसगढ़ (Bamleshwari devi temple, Dongargarh, Chhattisgarh)
- इस जगह का नाम डोंग और गढ़ शब्दों को मिलाकर बना है। डोंग का अर्थ होता है पर्वत और गढ़ का मतलब होता है क्षेत्र।
- यह मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के डोंगरगढ़ में 1600 फ़ीट ऊंची पहाड़ी पर है। जहां पहुंचने के लिए लगभग 1100 सीढ़ियां है।
7. सप्तश्रृंगी देवी मंदिर, महाराष्ट्र (Saptashrungi devi temple, Nasik, Maharashtra)
- यहां की देवी मूर्ती लगभग 10 फ़ीट ऊंची है। देवी मूर्ति के 18 हाथ है. जिनसे वे अलग-अलग अस्त्र-शस्त्र पकडे हुए है।
- यह मंदिर छोटे-बड़े सात पर्वतों से घिरा हुआ है इसलिए यहां की देवी को सप्तश्रृंगी यानी सात पर्वतों की देवी कहा जाता है।
8. तारा तारिणी मंदिर, उड़ीसा (Tara Tarini temple, Odisha)
- यह देवी मंदिर अपनेआप में बहुत ख़ास है क्योंकि यह मंदिर दो जुड़वां देवियों तारा और तारिणी को समर्पित है।
- यह मंदिर देवी सटी के 4 शक्ति पीठों के मध्य में स्थापित है, यानि इस मंदिर की चारों दिशा में एक एक शक्ति पीठ है।
9. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर (Vaishno devi temple, Katra, Jammu and Kashmir)
- मंदिर के ग्राभ गृह तक जाने के लिए एक प्राचीन गुफा थी, जिसे अब बंद करके दूसरा रास्ता बना दिया गया है।
- मान्यता है की माता ने इसी प्राचीन गुफा में भैरव को अपने त्रिशूल से मारा था।
10. शारदा माता मंदिर, मध्यप्रदेश (Maa Sharda devi temple, Maihar, MP)
- इसे देवी के 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। कहते है की यहां पर देवी सती का हार गिरा था।
- मैहर वाली माता मंदिर मध्यप्रदेश राज्य की त्रिकुटा पहाड़ी पर बसा है।
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- ज्वालामुखी देवी – यहाँ अकबर ने भी मानी थी हार – होती है नौ चमत्कारिक ज्वाला की पूजा
Narendar singh shekhawat says
मनसा माता का एक मंदिर लग भग 500 वर्ष पुराना जयपुर से उत्तर में 125 की.मी. दूर झुंझुनू जिले की उदयपुर वाटी तहसील के खोह गांव में गांव से 6 की.मी.दूर घने जंगल व् उँचे पर्वतों के बीच स्थित है मंदिर काफी विशाल व् भव्यता लिए हुये है यहाँ प्राकृतिक कुण्डों का व् झरनों का सौंदर्य देखते ही बनता है यह आध्यत्मिक व् प्राकृतिक दृष्टि से बहुत ही बढ़िया स्थान है पहले 6km पैदल चलकर मंदिर तक पहुचना होता था आजकल मंदिर प्रांगण तक गाड़ियां जाती है
ag says
नरेन्द्र जी, यदि संभव हो तो इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकरी उपलब्ध करवाए। हम उसे अपनी साइट पर प्रकाशित करेंगे।