हिमाचल के बिलासपुर जिले के बाड़ी गांव में एक रिटायर कर्मचारी के घर में अपने आप लग रही है। पुलिस में मामला पहुंचने के बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट भी घटना स्थल की जांच कर चुके हैं। नतीजा कुछ नहीं निकला। इसके बाद इस घर के अंदर फिर आग लग गई। रसोई की दीवारों पर लिखा था भाग जाओ, मैं तुम्हारा खून पी जाऊंगा व मैं सबको मार दूंगा।
नतीजन पुलिस ने घर के बाहर सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए। इसके बावजूद भी बीते दिनों फिर से आग लग गई। घर में आग कैसे लग रही है, इससे सब हैरान हैं। तंत्र-मंत्र का सहारा भी लिया गया इसके बाद भी ये सिलसिला नहीं रुका और इस बार दीवार पर एक चेतावनी भी लिखी मिली है।
आग लगने की जांच कर रहे फोरेंसिक साइंस के एक्सपर्ट हाथ खड़े कर चुके हैं। तंत्र विद्या भी काम नहीं कर रही है। पहली बार इस घर में 9 सितंबर 2014 को आग लगी थी। आग कभी दिन तो कभी रात में लगती थी। परिवार के लोग रात को जाग कर रखवाली करने लग गए।
आग की लपटें कभी घर के बिस्तर से तो कभी चलते-फिरते इंसान के कपड़े में लग रही है। इस घटना के करीब 4 महीने पहले शेर सिंह के घर से ये लपटें निकलनी बंद हो गई। अब फिर आग लगना शुरू हो गई हैं। कई तांत्रिक कह रहे हैं कि ये आग किसी प्रेत के कारण लग रही है।
सब कुछ जल गया
आग से घर के बिस्तर इलेक्ट्रानिक सामान जल गए हैं। पूजा अर्चना करवाने के बाद इस नए घर में करीब 4 महीने से ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी मगर अब यहां भी अचानक आग लगना शुरू हो गई हैं। हालत यह है कि अब परिवार के सभी सदस्य पानी की बाल्टी लेकर दिन रात पहरेदारी करते हैं।
अब आग के साथ दीवार पर लिखी मिल रही धमकी
बीते दिनों जब आग लगने के बाद घर के लोग जब इसे बुझा रहे थे उसके बाद उन्होंने देखा कि रसोई घर की दीवारों पर घर के सदस्यों के नाम से धमकी भरी बातें लिखी हुईं थीं। रसोई की दीवारों पर लिखा था भाग जाओ, मैं तुम्हारा खून पी जाऊंगा व मैं सबको मार दूंगा। आग लगने की घटनाओं से पहले घर अजीब तरह की घटनाएं होना शुरू हो गईं थी। जैसे पानी से भरे रखे बर्तन अचानक गिर जाते थे। अचानक बिस्तर गीले हो जाते थे, जबकि उस कमरे में पानी रहता ही नहीं था। सबसे पहले 10 सितंबर, 2014 से आग लगने की घटना के 8वें दिन 17 सितंबर, 2014 को घर की बहू सुनीता देवी के कपड़ों में आग लग गई।
घर का सामान और बच्चों को भेजा रिश्तेदारों के यहां
घर में लग रही आग के चलते बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेज दिया गया है। घर में खाना तक भी नहीं बन रहा है। मामले को सुलझाने के लिए बीते दिनों धर्मशाला से फोरेंसिक विभाग में डिप्टी डायरेक्टर हैंडराइटिंग एक्सपर्ट मीनाक्षी के साथ डीएसपी प्रताप सिंह घटनास्थल का मुआयना कर बच्चों की हैंडराइटिंग का निरीक्षण किया तथा दीवारों पर लिखे शब्दों के सैंपल भी कलेक्ट किए। इसके जब घर में कोई नहीं था तब एक बार फिर से आग लग गई।
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